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करारी हार के बाद जीतू पटवारी देंगे इस्तीफा !

By: Sanjay Purohit | Created At: 06 June 2024 06:14 AM


मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गजों को भी हार का सामना करना पड़ा है। क्लीव स्वीप करने वाली बीजेपी ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पर तंज कसा है।

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लोकसभा चुनाव के परिणाम ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को करारा झटका दिया है। प्रदेश की 29 में से 29 सीट पर कांग्रेस को हार मिली। बात यहां तक सीमित नहीं है। उनके बिजलपुर स्थित गृह बूथ भाजपा बम्पर वोटों से जीती जबकि जीतू की टीम ने मेहनत भी की थी, लेकिन नोटा को महज 252 ही वोट मिले।

विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद में कांग्रेस आलाकमान ने कमलनाथ को हटाकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की कुर्सी जीतू पटवारी को सौंपी थी। इसके बाद नेताओं के कांग्रेस छोड़ने का सिलसिला चुनाव के आखिरी वक्त तक जारी रहा। इंदौर में तो कांग्रेस के प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने आखिरी समय पर नाम वापस लेकर करारा झटका दिया, जबकि उनको टिकट दिलाने की पैरवी भी पटवारी ने ही की थी। राऊ विधानसभा का बूथ नंबर 88 उनका गृह बूथ है जिस पर भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी को 624 तो बसपा के संजय सोलंकी को 7 वोट मिले। उस मान से 617 वोट से लालवानी उनका बूथ जीते हैं।

एक्स पर शेयर की पोस्ट

बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर की. पोस्ट में उन्होंने सिलसिले वार ब्योरा दिया. नरेंद्र सलूजा ने लिखा, “प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाते जीतू पटवारी जी! तीन विधायकों ने कांग्रेस छोड़ी, 22 हजार से अधिक नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी. 5 लाख से अधिक कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस छोड़ी.

खुद के गृह नगर इंदौर में कांग्रेस के प्रत्याशी ने कांग्रेस छोड़ी. मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ, खाता तक नहीं खुला. इंदौर में तीन लाख वोट कांग्रेस के गंवा दिये. नोटा का प्रचार किया, नोटा को वोट देने की अपील की. पिछली बार कांग्रेस को लोकसभा में 5 लाख 20 हजार वोट मिले थे, इस बार कांग्रेस समर्थित नोटा को मात्र 2 लाख 18 हजार ही मत मिले. फिर भी कह रहे हैं कि मेरी नैतिक जिम्मेदारी लेकिन इस्तीफा नहीं दे रहे हैं.”