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भोपाल में डेंगू का प्रकोप बढ़ : मरीजों की संख्या 600 के पार

By: Durgesh Vishwakarma | Created At: 03 November 2023 02:33 PM


मध्य प्रदेश में डेंगू कहर बरपा रहा है। बड़े से लेकर बच्चे भी इसकी चपेट में तेजी से आ रहे है। डेंगू के मामले में भोपाल दूसरे नंबर पर आ गया है।

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मध्य प्रदेश में डेंगू कहर बरपा रहा है। बड़े से लेकर बच्चे भी इसकी चपेट में तेजी से आ रहे है। डेंगू के मामले में भोपाल दूसरे नंबर पर आ गया है। राजधानी में 600 से ज्यादा लोग डेंगू के शिकार हो गए है। जानकारी के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में कोलार क्षेत्र में 10 से 15 साल के बीच के 4 बच्चे इसकी चपेट में आ गए। यही नहीं 13 नए मामलों के साथ डेंगू के इस साल अब तक 632 केस सामने आ चुके हैं।

अब तक 100 डेंगू पीड़ित बच्चों का उपचार किया गया

वहीं अब तक 100 डेंगू पीड़ित बच्चों का उपचार किया गया। इसी को देखते हुए मलेरिया विभाग अब स्कूलों में बच्चों को पैम्फलेट्स देगा। जो उनके परिजनों को किस तरह बच्चों को डेंगू से बचाया जाए इसकी जानकारी मुहैया कराएगा। आपको बता दें कि, एमपी के ग्वालियर के लगभग 8 सौ केसो के बाद दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा डेंगू के मामले भोपाल से सामने आए हैं।

डेंगू बुखार के लक्षण

डेंगू का प्रमुख लक्षण होता है, तेज बुखार, जिसका तापमान 104 डिग्री फैरेनहाइट (40 डिग्री सेल्सियस) तक बढ़ सकता है।

डेंगू बुखार के कुछ मरीजों को पेट में दर्द और डायरिया भी हो सकता है।

कुछ मरीजों को डेंगू के साथ खांसी और सर्दी भी हो सकती है।

डेंगू इंफेक्शन से व्यक्ति काफी थक जाता है और अक्सर असमर्थ होता है।

डेंगू बुखार के लक्षणों में एक विशेषता है कि इसके साथ व्यक्ति की त्वचा पर लाल दाने निकल सकते हैं।

डेंगू के मरीजों को अक्सर जोड़ों में दर्द और सूजन हो सकती है, जिसे डेंगू के इसके लक्षण “डेंगू फीवर” कहा जाता है।

डेंगू बुखार से बचने के उपाए

स्थानीय जनसंचालन के निर्देशों का पालन करें।

अपने घर के आस-पास की जगहों पर पानी जमा न होने दें।

मच्छर काटने से बचने के लिए मच्छर नेट्स का उपयोग करें।

डेंगू बुखार से बचने के लिए अपने घर को साफ-सुथरा रखें।

स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर मच्छर प्रबंधन और डेंगू नियंत्रण के उपायों का समर्थन करें।

डेंगू वायरस मुख्य रूप से एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है, इसलिए मच्छरों के काटने से बचें।