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निर्वासितों का जीना दूभर, जासूसी-धमकियों और ब्लैकमेल से आए तंग

By: Sanjay Purohit | Created At: 12 February 2024 10:50 AM


चीन की दमनकारी नीतियों ने तिब्बती निर्वासितों का जीना मुहाल कर रखा है

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बीजिंगः चीन की दमनकारी नीतियों ने तिब्बती निर्वासितों का जीना मुहाल कर रखा है। एक नई रिपोर्ट के अनुसार चीन दुनिया भर में हजारों तिब्बतियों को जासूसी, ब्लैकमेल और तिब्बत में रहने वाले उनके परिवारों को धमकियों का शिकार बना रहा है। रिपोर्ट के अनुसार तिब्बत में चीनी सरकार की दमनकारी नीतियों का दस्तावेजीकरण जारी है। यह तिब्बती सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स एंड डेमोक्रेसी (TCHRD) की पहली रिपोर्ट है जिसमें अमेरिका, भारत, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा सहित देशों में निर्वासितों को व्यापक रूप से निशाना बनाने की जांच की मांग की गई है।

चीन आलोचना को दबाने की रणनीति अपना रहा

शोधकर्ताओं का कहना है कि चीन अपनी सीमाओं के बाहर तिब्बतियों, हांगकांगवासियों और उइगरों की बहस या आलोचना को दबाने की रणनीति अपना रहा है, जिसे अंतरराष्ट्रीय दमन कहा जाता है। स्विट्जरलैंड में रहने वाले तिब्बती धोंडेन ने TCHRD के शोधकर्ताओं को बताया “2021 में, मुझे तिब्बत में मेरे एक भाई-बहन से एक वीडियो कॉल आया। जब मैंने उठाया, तो मैंने पाया कि वे स्थानीय पुलिस स्टेशन से फोन कर रहे थे, हमारे परिवार के आधे लोग घिरे हुए थे।“पुलिस अधिकारियों ने मुझसे विदेश में अच्छा व्यवहार करने और उन गतिविधियों में शामिल होने से बचने का आग्रह किया जो चीनी नीतियों के खिलाफ जा सकती हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि अगर मैं आज्ञा मानने में विफल रहा तो इसका परिणाम मेरे रिश्तेदारों को भुगतना पड़ेगा।