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'महाराजा' ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ मैदान में उतरे राघोगढ़ के राजकुमार

By: Sanjay Purohit | Created At: 26 March 2024 06:51 AM


कांग्रेस ने इस लोकसभा चुनाव के लिए दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को गुना जिले की जिम्मेदारी दी है। हालांकि कांग्रेस ने गुना संसदीय सीट से अपना प्रत्याशी अब तक घोषित नहीं किया है।

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मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने एक बार फिर लोकसभा चुनाव से पहले कई कांग्रेस नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी है। इसमें सबसे अहम जिम्मेदारी गुना लोकसभा चुनाव के लिए हैं, क्योंकि यहां से भाजपा के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने इस लोकसभा चुनाव के लिए दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को गुना जिले की जिम्मेदारी दी है। हालांकि कांग्रेस ने गुना संसदीय सीट से अपना प्रत्याशी अब तक घोषित नहीं किया है।

गुना संसदीय सीट मध्यप्रदेश की सबसे हॉट सीट इसलिए बन गई है क्योंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बार फिर गुना संसदीय सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। सिंधिया वर्तमान में मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी हैं। कांग्रेस ने हाल ही में लोकसभा चुनाव के लिए अपने प्रभारियों की घोषणा की है, इसमें पूर्व मंत्री एवं विधायक जयवर्धन सिंह को गुना लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया है। इसके अलावा कांग्रेस ने प्रियव्रत सिंह को राजगढ़ का चुनाव प्रभारी बनाया है। कांग्रेस के कई बड़े दिग्गजों को भी अहम लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी दी गई है।

गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्रः क्या सिंधिया के सामने लड़ेगा कोई यादव?

लोगों की धड़कनें बढ़ाने वाली सीटों में गुना सीट भी है। क्योंकि इस सीट से एक बार फिर सिंधिया परिवार का ही सदस्य चुनाव मैदान में है। भाजपा के दिग्गज नेता एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया परंपरागत गुना-शिवपुरी संसदीय सीट से चुनाव मैदान में है। ग्वालियर संभाग में आने के कारण यह सिंधिया राजघराने का वर्चस्व भी है। सिंधिया के खिलाफ जो भी चुनाव लड़ेगा, वो नाम चौंकाने वाला ही होगा। इससे पहले पिछले लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी परंपरागत गुना-शिवपुरी सीट से चुनाव हार गए थे। तब वे कांग्रेस में थे और भाजपा के केपी यादव ने उन्हें हरा दिया था। केपी यादव भी कभी सिंधिया के समर्थक रह चुके हैं। लेकिन सिंधिया अब भाजपा में है और केपी यादव भी भाजपा में है।