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मंत्रिमंडल विस्तार आज शाम संभव, संभावित मंत्रियों के घर समर्थकों का डेरा

By: Ramakant Shukla | Created At: 25 August 2023 12:34 AM


मप्र की शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। बुधवार रात और गुरुवार की सुबह एक घंटे तक चली बैठक भी बेनतीजा रही। तीसरे और चौथे नाम के साथ भाजपा यह तय नहीं कर पा रही कि डेढ़ महीने तक के लिए मंत्री बनाए जाने का फायदा होगा या नुकसान।

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मप्र की शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। बुधवार रात और गुरुवार की सुबह एक घंटे तक चली बैठक भी बेनतीजा रही। तीसरे और चौथे नाम के साथ भाजपा यह तय नहीं कर पा रही कि डेढ़ महीने तक के लिए मंत्री बनाए जाने का फायदा होगा या नुकसान। पार्टी के ही कुछ बड़े नेताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समक्ष मंत्रिमंडल विस्तार से नुकसान ज्यादा होने की बात रखी है। इसीलिए मंत्रिमंडल विस्तार पर फैसला अब मुख्यमंत्री के छिंदवाड़ा से लौटने के बाद होगा। वे शुक्रवार शाम तक भोपाल लौटेंगे। इसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। गुरुवार की रात वे बैतूल के सारनी में रुके।

दो और नामों पर अंतिम फैसला होना बाकी

इस समय कैबिनेट में मंत्रियों के चार पद रिक्त हैं। पूर्व मंत्री और विधायक राजेंद्र शुक्ला और पूर्व मंत्री व विधायक गौरीशंकर बिसेन के नाम लगभग तय हैं। दो और नामों पर अंतिम फैसला होना बाकी है। राजेंद्र शुक्ला के भोपाल स्थित चार इमली निवास पर 50 से ज्यादा समर्थकों का डेरा है। वहीं बिसेन के 74 बंगले निवास पर भी 100 से ज्यादा समर्थक डटे हुए हैं। गुरुवार की सुबह सीएम हाउस में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश के सह चुनाव प्रभारी अश्विनी वैष्णव और संगठन महामंत्री हितानंद के साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मौजूद रहे। इनके बीच मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बात हुई, लेकिन बात फायदे-नुकसान में अटक गई। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कई दूसरे दावेदारों ने भी संपर्क किया है।

क्षेत्रीय संतुलन पर फोकस

मंत्रिमंडल विस्तार के लिए दिल्ली से भी दबाव है। पार्टी का मानना है कि दो-तीन मंत्री बनाए जाने से जातिगत समीकरण और क्षेत्रीय संतुलन बनता है तो इसे जल्द करना चाहिए। बालाघाट में बिसेन का प्रभाव है। रीवा में राजेंद्र शुक्ला के मंत्री बनने से आसपास फर्क पड़ेगा।

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