यूपी में बीजेपी ने जारी की नए जिलाध्यक्षों की सूची, जानें- किसे मिली किस जिले की जिम्मेदारी
By: Ramakant Shukla | Created At: 15 September 2023 03:38 PM
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले यूपी में भारतीय जनता पार्टी ने जिला स्तर पर संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव किया है। पिछले काफी समय से इस बात को लेकर चर्चाए चल रही थीं, जिसके बाद आखिरकार शुक्रवार को पार्टी की ओर से नए जिलाध्यक्षों की सूची को जारी कर दिया गया है। बीजेपी ने पार्टी संगठन के लिहाज से क्षेत्रवार 98 जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं। आगामी चुनावों को देखते हुए बीजेपी की नई टीम को काफी अहम माना जा रहा है।

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले यूपी में भारतीय जनता पार्टी ने जिला स्तर पर संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव किया है। पिछले काफी समय से इस बात को लेकर चर्चाए चल रही थीं, जिसके बाद आखिरकार शुक्रवार को पार्टी की ओर से नए जिलाध्यक्षों की सूची को जारी कर दिया गया है। बीजेपी ने पार्टी संगठन के लिहाज से क्षेत्रवार 98 जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं। आगामी चुनावों को देखते हुए बीजेपी की नई टीम को काफी अहम माना जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने नए जिलाध्यक्षों की सूची को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है। बीजेपी ने अपने संगठन की दृष्टि से 98 जिलाध्याक्षों की नियुक्ति की है। बीजेपी की ओर से जारी सूची के मुताबिक पूरे यूपी को छह हिस्सों में बांटा गया है। अवध क्षेत्र, गोरखपुर क्षेत्र, काशी क्षेत्र, कानपुर क्षेत्र, पश्चिमी यूपी व ब्रज क्षेत्र, इन सभी क्षेत्रों में जिलावार नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। बीजेपी के नए जिलाध्यक्षों की सूची में युवा चेहरों को भी जगह दी गई है।
ये बने अयोध्या के जिलाध्यक्ष
बीजेपी की ओर से जारी सूची के मुताबिक लखनऊ महानगर में आनंद द्विवेदी, अयोध्या में कमलेश श्रीवास्तव को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। वहीं गोरखपुर जिले में युद्धिष्ठर सिंह के कंधों पर जिम्मेदारी सौंपी गई है। वाराणसी जिले में हंसराज विश्वकर्मा, अमेठी में रामप्रसाद मिश्र जिलाध्यक्ष बने हैं। पश्चिमी यूपी की बात की जाए तो यहां रामपुर से हंसराज पप्पू को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। बृज क्षेत्र में आगरा महानगर से भानू महाजन और मथुरा जिला से निर्भय पांडे को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।
क्षेत्रीय समीकरण साधने की कोशिश
यूपी बीजेपी में पिछले काफी समय से संगठन में बदलाव की चर्चाएं चल रही थी। जिसके बाद आज ये सूची जारी कर गई। नए संगठन में सभी जातियों और क्षेत्रीय समीकरण को साधने की कोशिश की गई है। इसके साथ ही जिले के समीकरण को भी ध्यान में रखा गया है। आगामी चुनाव के मद्देनजर ये बदलाव बेहद अहम है।