H

प्रियंका गांधी ने की सवालों की बौछार, कहा - भाजपा सरकार जनता को कर्ज में क्यों डुबो रही है ?

By: Durgesh Vishwakarma | Created At: 30 March 2024 06:27 AM


प्रियंका गांधी ने कहा है कि, वित्त मंत्रालय का कहना है कि, भारत सरकार मौजूदा वित्त वर्ष में 14 लाख करोड़ से अधिक का कर्ज लेने जा रही है क्यों ?

bannerAds Img
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए सरकार से कई सवाल किए हैं। प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा है कि, वित्त मंत्रालय का कहना है कि, भारत सरकार मौजूदा वित्त वर्ष में 14 लाख करोड़ से अधिक का कर्ज लेने जा रही है क्यों?

बीजेपी सरकार ने लगभग 150 लाख करोड़ कर्ज लिया

कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, आजादी के बाद से वर्ष 2014 तक, 67 सालों में देश पर कुल कर्ज 55 लाख करोड़ था। पिछले 10 वर्ष में अकेले मोदी जी ने इसे बढ़ाकर 205 लाख करोड़ पहुंचा दिया। इनकी सरकार ने लगभग 150 लाख करोड़ कर्ज लिया बीते 10 साल में। आज देश के हर नागरिक पर लगभग डेढ़ लाख का औसत कर्ज बनता है। यह पैसा राष्ट्रनिर्माण के किस काम में लगा?

नौकरियां हो गईं गायब - प्रियंका गांधी

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मोदी सरकार से सवाल करते हुए कहा कि, क्या बड़े पैमाने पर नौकरियां पैदा हुईं या दरअसल नौकरियां तो गायब हो गईं? क्या किसानों की आमदनी दोगुनी हो गई? क्या स्कूल और अस्पताल चमक उठे? पब्लिक सेक्टर मजबूत हुआ या कमजोर कर दिया गया? क्या बड़ी-बड़ी फ़ैक्ट्रियां और उद्योग लगाये गये?

बड़े-बड़े खरबपतियों की कर्जमाफी में कितना पैसा गया ?

उन्होंने आगे कहा कि, अगर ऐसा नहीं हुआ, अगर अर्थव्यवस्था के कोर सेक्टर्स में बदहाली देखी जा रही है, अगर श्रम शक्ति में गिरावट आई है, अगर छोटे-मध्यम कारोबार तबाह कर दिए गए - तो आखिर यह पैसा गया कहां? किसके ऊपर खर्च हुआ? इसमें कितना पैसा बट्टेखाते में गया? बड़े-बड़े खरबपतियों की कर्जमाफी में कितना पैसा गया?

बीजेपी सरकार जनता को कर्ज में क्यों डुबो रही है ?

कांग्रेस नेत्री ने आगे केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, अब सरकार नया कर्ज लेने की तैयारी कर रही है तो सवाल उठता है कि पिछले 10 साल से आम जनता को राहत मिलने की बजाय जब बेरोजगारी, महंगाई आर्थिक तंगी का बोझ बढ़ता ही जा रहा है तो भला बीजेपी सरकार जनता को कर्ज में क्यों डुबो रही है?