चाचौड़ा में टिकट न मिलने से नाराज भारतीय जनता पार्टी की पूर्व विधायक ममता मीणा ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। वे मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष को अपना इस्तीफा देंगी। बुधवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेंगी। ममता ने इससे पहले सोमवार को अपनी विधानसभा में जनादेश यात्रा भी शुरू की है। ऐसे में उनके चुनाव मैदान में आने से चाचौड़ा में त्रिकोणीय मुकाबला होगा। क्योंकि यहां मीणा समाज के मतदाताओं का बाहुल्य है। इस विधानसभा में यह स्थिति 25 साल बाद बन रही है। वर्ष 1998 में देवेंद्र सिंह रघुवंशी ने कांग्रेस से बगावत कर चुनाव लड़ा था। हालांकि वे जीत नहीं पाए। विजेता कांग्रेस रही और भाजपा प्रत्याशी को तीसरा स्थान मिल पाया था।
चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र से टिकट न मिलने से नाराज
भाजपा ने 17 अगस्त को अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की। इसमें चाचौड़ा विधानसभा से प्रियंका मीणा को उम्मीदवार बनाया। प्रियंका ने करीब 6 माह पहले ही भाजपा ज्वाइन की थी। ऐसे में इस विधानसभा से दावेदारी कर रहीं पूर्व विधायक ममता मीणा ने प्रियंका का विरोध करना शुरू कर दिया। ममता का तर्क था कि पार्टी ने पैराशूट प्रत्याशी उतारा है। वे लगातार इसी मांग पर अड़ी थीं कि पार्टी अपना फैसला बदले। यहां से उनकी जगह किसी दूसरे कार्यकर्ता को टिकट दिया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ममता मीणा अपने जन्मदिन के बहाने शक्ति प्रदर्शन भी दिखा चुकी थीं। अब उन्होंने भाजपा छोड़ने का ऐलान किया है। बहरहाल, इससे चुनाव में मीणा समाज का वोट बंट सकता है। क्योंकि इस विधानसभा में 60 हजार के करीब मीणा मतदाता ही हैं। चाचौड़ा में दो बार हो चुका त्रिकोणीय संघर्ष इतिहास की बात करें तो चांचौड़ा विधानसभा में इससे पहले प्रत्याशियों के बीच दो बार त्रिकोणीय संघर्ष हो चुका है। सबसे पहले वर्ष 1980 में यहां कांग्रेस से देवेंद्र सिंह, जनता पार्टी (सेक्युलर) से शिवनारायण मीना और भाजपा से कृष्णबल्लभ चुनाव लड़े थे। जीत कांग्रेस प्रत्याशी की हुई थी। भाजपा तीसरे नंबर पर रही। इसके बाद 1998 में देवेंद्र सिंह ने कांग्रेस से बगावत की थी। उन्होंने दूसरे नंबर पर रहकर 23 हजार 770 वोट हासिल किए थे, जबकि विजेता कांग्रेस प्रत्याशी शिवनारायण मीना हुए थे इन्हें 34 हजार 840 वोट मिले थे। भाजपा के मुन्ना सिंह 21 हजार 735 वोट के साथ तीसरे नंबर पर आए थे। जन आशीर्वाद यात्रा में भी नहीं बुलाया, अब यह वो भाजपा नहीं बची पूर्व विधायक ममता मीणा ने जनादेश यात्रा शुरू की है। वे गाड़ियों के काफिले के साथ विधानसभा के सभी इलाकों में पहुंच रहीं हैं। मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि 19 सितंबर को मैं भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा दे दूंगी।
AAP में होंगी शामिल
ममता बोलीं कि चांचौड़ा में मेरा अपमान किया गया है। मुझे जन आशीर्वाद यात्रा में नहीं बुलाया गया। पुराने कार्यकर्ताओं को नहीं पूछा जा रहा है। अब यह वो भाजपा नहीं बची है, जो पहले थी। ममता ने कहा कि जनता ने उन्हें चुनाव लड़ने का जनादेश दे दिया था। ममता के पति रघुवीर मीणा ने बताया कि हम लोग मंगलवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेने के लिए ट्रेन से रवाना हो जाएंगे।
Read More: नए संसद भवन में मंगलवार से बैठेंगे सांसद, 22 सितंबर तक चलेगा विशेष सत्र