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REET Paperleak Case के आरोपियों की 3 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच, ED ने RPSC मेंबर को लेकर किया बड़ा खुलासा

By: payal trivedi | Created At: 22 August 2023 10:48 AM


प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत ED ने सोमवार को पेपर लीक मामले (REET Paperleak Case) के आरोपियों पर बड़ी कार्रवाई की है।

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Jaipur: प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत ED ने सोमवार को पेपर लीक मामले (REET Paperleak Case) के आरोपियों पर बड़ी कार्रवाई की है। बता दें कि ईडी ने RPSC मेंबर बाबूलाल कटारा सहित 5 आरोपियों की प्रॉपर्टी अटैच कर दी है। कटारा के साथ सुरेश बिश्नोई, सुरेश ढाका, भूपेंद्र सारण और शेर सिंह मीणा की करीब 3.11 करोड़ की प्रॉपर्टी को अटैच किया गया है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत ED ने यह कार्रवाई सोमवार को की है।

ED ने पीएमएलए के तहत दर्ज किया था केस

बता दें कि शिक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करके उसे बेचने में करोड़ों रुपए का लेनदेन होने को मनी लॉन्ड्रिंग का मामला मानते हुए ED ने पीएमएलए के तहत केस दर्ज किया था। जांच एजेंसी ने राजस्थान पुलिस की एफआईआर के आधार पर सुरेश बिश्नोई, सुरेश ढाका, भूपेंद्र सारण और शेर सिंह मीणा सहित संबंधित आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू की थी। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने सेकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2022 के जनरल नॉलेज के पेपर को लीक किया था। आरपीएससी ने राजस्थान भर के सेंटर्स पर 21, 22 और 24 दिसंबर 2022 को सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा करवाई थी।

ED ने जांच में किया ये बड़ा खुलासा

ED की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा (REET Paperleak Case) ने जीके का पेपर लीक करके इसे टीचर अनिल मीणा उर्फ शेर सिंह मीणा को दिया था। शेर सिंह मीणा ने लीक पेपर को भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका को आगे बेचा। भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका ने जीके का लीक पेपर देने के बदले हर कैंडिडेट से 8 से 10 लाख रुपए लिए। लीक हुआ पेपर उदयपुर में 150 कैंडिडेट्स और जयपुर में 30 कैंडिडेट्स को उपलब्ध करवाया गया। पेपर लीक में करीब 18 करोड़ रुपए का लेनदेन सामने आया है।

जांच पूरी होने के बाद कुछ और लोगों की प्रॉपर्टी भी हो सकती है अटैच

शिक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के आरोपी दूसरी भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक करने वाले रैकेट का हिस्सा रहे हैं। आरोपी दूसरी भर्ती परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बैठाकर फर्जीवाड़ा करने में भी शामिल रहे हैं । ED इस मामले में आगे भी जांच कर रही है। जांच एजेंसी के रडार पर आरोपियों की और भी कई प्रॉपर्टी बताई जा रही हैं। जांच पूरी होने के बाद कुछ और लोगों की प्रॉपर्टी भी अटैच हो सकती है।

बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने की थी ED में शिकायत

बीजेपी के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने पेपर लीक मामले में करोड़ों की मनी लॉन्ड्रिंग होने का आरोप लगाते हुए ED में शिकायत की थी। जांच एजेंसी ने प्राथमिकी (PE) दर्ज की थी। इसके बाद पेपर लीक के आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। जांच में मनी लॉन्ड्रिंग की पुष्टि हुई थी।

5 जून से ED ने की थी छापेमारी की शुरूआत

पेपर लीक मामले में 5 जून से ED ने प्रदेश भर में 28 से ज्यादा जगहों पर एक साथ छापेमारी की थी। जांच एजेंसी ने आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा, मास्टरमाइंड सुरेश ढाका और सुरेश कुमार बिश्नोई के घर से कई दस्तावेज जब्त किए थे। आरोपियों के आवास और ऑफिस को सील कर दिया गया था। इन छापों में पेपर लीक और रुपए के लेनदेन के सबूत जब्त किए गए थे।

इन अधिकारियों के ऑफिस और आवास किए सील

रीट पेपर लीक मामले में ईडी की कार्रवाई मंगलवार (REET Paperleak Case) को भी जारी है। राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के सदस्य बाबूलाल कटारा, मास्टरमाइंड सुरेश ढाका और सुरेश कुमार विश्नोई के घर से अहम दस्तावेज मिले हैं। ईडी ने इन सभी के आवास और ऑफिस को सील कर दिया है। आज ईडी की टीम जयपुर के कुछ नेताओं और उनके परिचितों से पूछताछ कर सकती है। ईडी की टीम जयपुर में चार जगहों पर सर्च कर रही है।

इन अधिकारियों को किया गिरफ्तार

राजस्थान में सोमवार को REET पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जयपुर सहित आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर रेड डाली है। इसमें बाड़मेर, डूंगरपुर, अजमेर, जालोर आदि जिले शामिल हैं। राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के मेंबर बाबूलाल कटारा, पेपर लीक मामले में गिरफ्तार ठेकेदार भजनलाल विश्नोई सहित तमाम आरोपियों और संदिग्धों पर डॉक्युमेंट्स की जांच चल रही है।