राष्ट्रविरोधियों को सबक देने का तरीका विधानसभा और लोकसभा के चुनाव है – कैलाश विजयवर्गीय
By: Durgesh Vishwakarma | Created At: 24 October 2023 05:05 PM
विजयवर्गीय ने कहा कि, समाज में जो भी बुराई है, चाहे नशा हो या भारत माता के विरोध में बोलने वाले लोग हों, ऐसे सब लोगों को इस वर्ष सबक सिखाना है।

आज पूरा देश दशहरा मना रहा है। दशहरे के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं इंदौर विधानसभा क्रमांक-1 से उम्मीदवार कैलाश विजयवर्गीय मीडिया से चर्चा करते हुए बातों ही बातों में विपक्ष पर निशाना साधा। विजयवर्गीय ने आगे कहा कि, समाज में जो भी बुराई है, चाहे नशा हो या भारत माता के विरोध में बोलने वाले लोग हों, ऐसे सब लोगों को इस वर्ष सबक सिखाना है। प्रजातंत्र में यह सबक देने का तरीका विधानसभा और लोकसभा के चुनाव है।
कांग्रेस ने कभी भी अपने सहयोगियों को सम्मान नहीं दिया
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने पत्रकारों से चर्चा में आगे कहा कि, चुनाव में प्रत्याशी उतारने को लेकर कांग्रेस ने कभी भी अपने सहयोगियों को सम्मान नहीं दिया, जबकि अपने लिए हमेशा सम्मान करने के बात कही है। वास्तव में गठबंधन में मित्रों को सम्मान देना चाहिए और कमलनाथ का यह बयान कि, कौन अखिलेश, किसी भी राजनेता के लिए यह बहुत ही पीड़ादायक बयान है। बीजेपी नेता ने कहा कि, कमलनाथ को अखिलेश यादव से माफी भी मांगनी चाहिए।
बीजेपी ने कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर-1 से उतारा चुनाव में
आपको बता दें कि, मध्य प्रदेश की राजनीति में इंदौर जिले को अहम माना जाता है। इंदौर जिले में कुल 9 विधानसभा सीटें है। ये सभी सीटें राष्ट्रीय स्तर की राजनीति के लिए जानी जाती हैं। 9 सीटों में 6 सीटों पर बीजेपी के विधायक हैं, जबकि 3 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया हुआ है। इन सभी सीटों में से सबसे वीआईपी सीट इंदौर-1 को माना जाता है। यहां से बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को चुनावी मैदान में उतारा गया है। यहां से कांग्रेस के नेता संजय शुक्ला पिछली बार चुनाव जीते थे।आपको बता दें कि संजय शुक्ला 2018 के चुनाव में विधानसभा क्रमांक-01 से पहली बार विधायक बने थे। उन्होंने बीजेपी नेता सुदर्शन गुप्ता को 8163 वोटों से चुनाव हराया था।