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अगले सत्र से 10 वीं बोर्ड से बेस्ट आफ फाइव योजना होगी खत्म, गणित में होंगे दो विकल्प

By: Ramakant Shukla | Created At: 25 August 2023 06:32 AM


माशिमं की 10 वीं बोर्ड से बेस्ट आफ फाइव योजना अगले सत्र से समाप्त हो जाएगी। शासन को मंडल ने इस संबंध में प्रस्ताव भेजा था। जहां से मंजूरी मिलने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने गुरुवार को इसके आदेश जारी कर दिए हैं। नौंवी कक्षा में इस योजना को इसी सत्र से समाप्त कर दिया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए कुछ नए बदलाव इस सत्र से और अगले सत्र से किए हैं। इस योजना को खत्म करने के पीछे मंडल ने विशेषज्ञों की बैठक कर पांच से छह साल के 10 वीं के परिणाम का आंकलन कर इसे खत्म करने का निर्णय लिया है। इसमें पाया कि इस योजना के कारण 10 वीं के विद्यार्थी मुख्य विषय अंग्रेजी, गणित व विज्ञान में पीछे हो रहे थे।

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माशिमं की 10 वीं बोर्ड से बेस्ट आफ फाइव योजना अगले सत्र से समाप्त हो जाएगी। शासन को मंडल ने इस संबंध में प्रस्ताव भेजा था। जहां से मंजूरी मिलने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने गुरुवार को इसके आदेश जारी कर दिए हैं। नौंवी कक्षा में इस योजना को इसी सत्र से समाप्त कर दिया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए कुछ नए बदलाव इस सत्र से और अगले सत्र से किए हैं। इस योजना को खत्म करने के पीछे मंडल ने विशेषज्ञों की बैठक कर पांच से छह साल के 10 वीं के परिणाम का आंकलन कर इसे खत्म करने का निर्णय लिया है। इसमें पाया कि इस योजना के कारण 10 वीं के विद्यार्थी मुख्य विषय अंग्रेजी, गणित व विज्ञान में पीछे हो रहे थे। इसके अलावा इस सत्र से नौवीं व दसवीं में सतत व्यापक मूल्यांकन प्रक्रिया भी लागू किया जा रहा है। बता दें,कि हर साल 10 वीं में करीब डेढ़ से दो लाख विद्यार्थी अंग्रेजी, गणित व विज्ञान जैसे मुख्य विषय में फेल हो रहे थे। मंडल की 10 वीं की परीक्षा में हर साल प्रदेश से करीब 10 लाख विद्यार्थी शामिल होते हैं।

2017-18 में लागू हुई थी बेस्ट आफ फाइव योजना

बेस्ट आफ फाइव योजना को 10वीं के परिणाम में सुधार करने के लिए 2017-18 में लागू किया गया था। इस योजना के तहत अगर विद्यार्थी छह विषयों में से पांच विषय में पास हो जाता है और एक विषय में फेल होता है तो भी उसे पास घोषित किया जाता था। इसमें सर्वाधिक अंकों वाले पांच विषयों के नंबर जोड़कर परिणाम घोषित किया जाता था, जबकि सबसे कम अंक आने वाले छठवें विषय को रिजल्ट में शामिल नहीं किया जाता था।

डीपीआइ ने भी 2020 में लिखा था पत्र

माशिमं को 2020 में लोक शिक्षण संचालनालय(डीपीआइ) ने भी पत्र लिखकर इस योजना को समाप्त करने के बारे में कहा था। तब से इस योजना को समाप्त करने की प्रक्रिया चल रही थी।

मुख्य विषयों में दो लाख से अधिक विद्यार्थी योजना की बैसाखी पर

10 वीं के छह विषयों के परिणाम में गणित, विज्ञान व अंग्रेजी में सबसे ज्यादा विद्यार्थी फेल हुए है। 10वीं की अंग्रेजी में दो लाख 66 हजार विद्यार्थी फेल हुए थे। गणित में दो लाख 17 हजार और विज्ञान में दो लाख 28 हजार विद्यार्थी फेल थे। इन विषयों में बेस्ट आफ फाइव योजना के तहत पास किया गया था।

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