हमारे शरीर में चार मुख्य ब्लड ग्रुप होते हैं – A, B, AB और O, जिन्हें पॉजिटिव और निगेटिव में बांटा गया है। अक्सर आपने सुना होगा कि कुछ लोग बहुत चालाक या दिमाग से तेज़ होते हैं। हाल ही में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में हुए रिसर्च से पता चला है कि ब्लड ग्रुप का दिमाग की क्षमता पर असर पड़ता है।
ब्लड ग्रुप क्या होता है?
ब्लड ग्रुप एंटीजन और एंटीबॉडी पर आधारित होता है। एंटीजन रेड ब्लड सेल्स पर होते हैं और एंटीबॉडी प्लाज्मा में मौजूद होती है। ये दोनों मिलकर ब्लड ग्रुप तय करते हैं।
B+ ब्लड ग्रुप वाले सबसे तेज़ दिमाग वाले
रिसर्च में पाया गया कि B+ ब्लड ग्रुप वाले लोगों का दिमाग बाकी ग्रुप्स की तुलना में सबसे तेज़ होता है। इनकी सोचने और समझने की क्षमता अधिक होती है। इनके मस्तिष्क के पेरिटोनियल और टेम्पोरल लोब में सेरिब्रम अधिक एक्टिव होता है, जिससे याददाश्त और मानसिक क्षमता दोनों बेहतर होती हैं।
O+ ब्लड ग्रुप के लोग दूसरे नंबर पर
B+ के बाद O+ ब्लड ग्रुप के लोग आते हैं। इनके दिमाग में भी सेरिब्रम अच्छी तरह से एक्टिव रहता है। बेहतर ब्लड सर्कुलेशन की वजह से मस्तिष्क में ऑक्सीजन की आपूर्ति भी अधिक होती है, जिससे ये लोग भी तेज़ दिमाग वाले माने जाते हैं।
रिसर्च का विवरण
इस स्टडी में हर ब्लड ग्रुप के 69 लोगों के ब्लड सैंपल और मस्तिष्क की गतिविधियों का विश्लेषण किया गया। इसके परिणामस्वरूप पता चला कि B+ और O+ ब्लड ग्रुप वाले लोग बाकी ब्लड ग्रुप्स की तुलना में ज्यादा स्मार्ट और तेज़ दिमाग वाले होते हैं।
ब्लड ग्रुप और जेनेटिक संबंध
बच्चे का ब्लड ग्रुप माता-पिता के ब्लड ग्रुप पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, अगर माता-पिता का ब्लड ग्रुप A और B है तो बच्चे का ब्लड ग्रुप A, B या AB हो सकता है। इसी तरह, अगर ब्लड ग्रुप A और O है तो बच्चा भी A या O ब्लड ग्रुप का होगा।