


भारत का पाकिस्तान पर सिंदूर ऑपरेशन के साथ भारत की जवाबी कार्यवाही डिफेंस सिस्टम का पराक्रम पूरे विश्व ने देखा। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में यह बात साफ हो गई कि भविष्य में जब भी ऐसी स्थिति बनी तो वायु सेना की भूमिका निर्णायक होगी। जिसके चलते भारत पाक तनाव के बाद अब भारत चीन सीमा पर जनपद उत्तरकाशी में बंकर बनाने की मांग तेजी से उठने लगी है। जिस तरह पाकिस्तान ने ड्रोन हमले भारत पर किए उसे देखते हुए सिविलियन के लिए सुरक्षा के इंतजाम भी जरूरी है। अभी भारत के बार्डर क्षेत्र में युद्ध के हालात में नागरिकों के लिए ऐसी कोई जगह नही है जंहा वो छुप पाए। ऐसे में भारत की सीमाओं पर रहने वाले नागरिकों की सुरक्षा के लिए बंकर जरूरी है। पूर्व सैनिक भी युद्ध के हालात में नागरिकों की सुरक्षा के लिए बंकर को सबसे सुरक्षित मानते है।
दुश्मन से बचने के लिए बंकर जरूरी
जनपद उत्तरकाशी में बंकर बनाने की मांग तेजी से उठने लगी है। पाकिस्तान ने ड्रोन हमले भारत पर किए उसे देखते हुए सिविलियन के लिए सुरक्षा के इंतजाम भी जरूरी है। उत्तरकाशी के सीमांत तहसील भटवाड़ी में बन्द पड़ी लोहारीनाग पाला परियोजना की टनल युद्ध के समय बंकर के लिए प्रयोग किया जा सकता है जिसके चलते स्थानीय लोग और भाजपा विधायक इसे चारधाम यात्रा के वैकल्पिक सड़क और युद्ध के समय उपयोगी मान रहे है और भारत सरकार और राज्य सरकार से इसे बनवाने की मांग कर रहे है जिसकी सबसे बड़ी यह भी है कि यह टनल पर 60प्रतिशत कार्य होने के बाद इसे बन्द किया गया था।लेकिन भारत पाकिस्तान तनाव के बाद इन टनल का उपयोग बंकर के रूप में किया जा सकता है जिसकी मांग अब उठने लगी है।युद्ध के समय नागरिकों को संभावित सीमा-पार दुश्मन से बचाने के लिए मजबूत भूमिगत बंकरों के निर्माण जरूरी है सीमावर्ती क्षेत्र बंकर बनाने से जंहा नागरिक सुरक्षित रह सकेंगे वंही इससे भारत सीमा पर और मजबूत होगी। जिसकी अब तेजी से भारत मे मांग उठने लगी है।