


मध्य प्रदेश के कॉलेजों में यूजी फर्स्ट ईयर के छात्रों के लिए जरुरी खबर है। बता दें कि उच्च शिक्षा विभाग ने यूजी प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए सप्लीमेंट्री परीक्षा के नियमों में बदलाव किया है। बीकॉम, बीए, बीएससी जैसे कोर्स में अब सिर्फ एक विषय में ही सप्लीमेंट्री मान्य होगी। अगर किसी छात्र को एक से ज्यादा विषयों में सप्लीमेंट्री आती है या वह किसी विषय की परीक्षा में शामिल नहीं होता है तो उसे फेल माना जाएगा।
छात्रों के लिए सख्त हुए नियम!
दरअसल, मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग ने यूजी फर्स्ट ईयर के छात्रों के लिए सप्लीमेंट्री परीक्षा के नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। नई गाइडलाइन के अनुसार, बीकॉम, बीए और बीएससी जैसे स्नातक पाठ्यक्रमों के छात्रों को अब केवल एक विषय में ही सप्लीमेंट्री की पात्रता होगी। अगर किसी छात्र को एक से अधिक विषयों में पूरक मिलता है या वह किसी विषय की परीक्षा में अनुपस्थित रहता है, तो उसे सीधे फेल घोषित कर दिया जाएगा। इससे पहले नई शिक्षा नीति (2021) के तहत 4 विषयों में भी सप्लीमेंट्री का प्रावधान था। हालांकि अब इसे घटाकर एक कर दिया गया है।
इस बार देने होंगे दस पेपर
इस बार छात्रों को कुल 10 विषयों की परीक्षाएं देनी होंगी। पिछले वर्ष 9 विषयों में से 4 में सप्लीमेंट्री थी। वहीं अब एमएसडब्ल्यू (मास्टर ऑफ सोशल वर्क) में केवल बीएसडब्ल्यू (बैचलर ऑफ सोशल वर्क) पास छात्र ही प्रवेश ले सकेंगे।