


मंदसौर जिले का गांधी सागर अभयारण्य चीतों का नया घर बन गया है। सीएम डॉ. मोहन यादव ने रविवार शाम को पावक और प्रभास नाम के दो चीतों को अभयारण्य के बाड़े में छोड़ा। पिंजरा खुलते ही एक एक करके दोनों ही चीतों ने बाड़े में दौड़ लगा दी।
कूनो से दोनों चीते प्रभास और पावक आज दोपहर 3 बजे गांधीसागर खेमला अपने नए घर पहुंचे थे। उनको शाम 5.35 बजे तक उनके लिए बनाए गए बाड़े में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने छोड़ा।
गांधीसागर प्रदेश का दूसरा चीता अभयारण्य बन गया
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा, आज गांधी सागर अभयारण्य में 'प्रभास और पावक' दोनों चीतों को रफ्तार भरते हुए देखकर मन आनंदित है कि हमारे मध्यप्रदेश की धरती जैव विविधता को संवर्धित करने का आदर्श केंद्र बन चुकी है। यह दृश्य हमारी सरकार द्वारा पारिस्थितिकी संतुलन के प्रयासों की सफलता का प्रतीक भी है, जो मानव, प्रकृति और वन्यजीव के बीच सामंजस्य की अद्भुत मिसाल बनेगा। कूनो के बाद अब गांधीसागर प्रदेश का दूसरा चीता अभयारण्य बन गया है