एमपी के वन क्षेत्र में आई कमी
आईएसएफआर 2023 की रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश के वन क्षेत्र में 612.4 वर्ग किमी की चिंताजनक गिरावट देखी गई है।


Sanjay Purohit
Created AT: 22 दिसंबर 2024
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भोपाल, भारत वन स्थिति रिपोर्ट यानि आईएसएफआर 2023 ने मध्य प्रदेश के लिए चिंताजनक रुझान प्रकट किए हैं। वन क्षेत्र में उल्लेखनीय गिरावट ने सभी को हैरान कर दिया है। हालांकि मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा वन और वृक्ष क्षेत्र है पर रिपोर्ट के अनुसार इसमें 612.4 वर्ग किलोमीटर से ज़्यादा की कमी आई है। एमपी उन कुछ राज्यों में से एक है, जहां नकारात्मक रुझान देखने को मिला है, जबकि राष्ट्रीय वन क्षेत्र में 2021 में पिछले आकलन के बाद से 156.4 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है।
भारत का कुल वन और वृक्ष क्षेत्र 8,27,356.9 वर्ग किलोमीटर है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 25.2% है। इसमें कुल 7,15,342.6 वर्ग किमी (21.7%) वन क्षेत्र और 1,12,014.3 वर्ग किमी (3.4%) वृक्ष क्षेत्र शामिल हैं। , मध्य प्रदेश की गिरावट को इसके पारिस्थितिकी तंत्र को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारकों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
बांस संसाधनों में सबसे आगे एमपी
बांस संसाधनों के मामले में मध्य प्रदेश 20,421 वर्ग किमी के बांस-असर वाले क्षेत्र के साथ सबसे आगे है। देश में बांस वाले कुल क्षेत्रफल में 5,227 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है, जिसमें मध्य प्रदेश में पिछले आकलन के बाद से 2,027 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि देखी गई है। यह राज्य में कृषि वानिकी और सतत विकास पहल के लिए अवसर प्रस्तुत करता है।ये भी पढ़ें
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