IND Editorial

Sanjay Purohit
मनःक्रांति: सोच बदलिए, जीवन स्वयं बदल जाएगा
मनुष्य के भीतर छुपी मनःशक्ति एक ऐसा अमूल्य खजाना है, जिसे समझ पाना और सही दिशा में उपयोग कर पाना जीवन को पूर्णतः रूपांतरित कर सकता है। यह शक्ति न केवल हमारी सोच और व्यवहार को प्रभावित करती है, बल्कि हमारे भाग्य, स्वास्थ्य, सफलता और आध्यात्मिक प्रगति का भी आधार बन सकती है।
62 views • 2025-06-28
Sanjay Purohit
नारायणी नमोस्तुते: शक्ति, समाज और चेतना का आंतरिक संगम
"नारायणी नमोस्तुते" — यह उद्घोष न केवल श्रद्धा का प्रकटन है, बल्कि यह चेतना की एक चिंगारी, सांस्कृतिक चेतावनी और मनोवैज्ञानिक संतुलन का मार्गदर्शन भी है। यह कोई साधारण स्तुति नहीं, बल्कि उस दिव्यता का स्मरण है, जो सृजन, संरक्षण और संहार — तीनों शक्तियों को समाहित करती है।
18 views • 2025-06-26
Sanjay Purohit
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि: शक्ति, तंत्र और मौन साधना का महापर्व
जब आषाढ़ मास की अमावस्या का अंधकार धरती पर उतरता है, और वर्षा की पहली बूंदें वायुमंडल को तपश्चरण की गंध से भर देती हैं — तभी प्रकृति के गर्भ में एक रहस्यमयी पर्व जन्म लेता है: आषाढ़ गुप्त नवरात्रि। यह पर्व उतना ही रहस्यमय है जितना कि उसका नाम। यह वह क्षण होता है जब देवी दुर्गा की शक्तियाँ अपने गुप्त रूपों में प्रकट होती हैं — तांत्रिक ऊर्जा के उस सूक्ष्म लोक से, जिसे केवल साधना की दीप्ति में देखा जा सकता है।
32 views • 2025-06-25
Sanjay Purohit
स्त्री की दस्तक: दीवारों से दरवाज़ों तक
स्त्री अब सिर्फ़ सामाजिक मर्यादाओं की संरक्षिका नहीं, बल्कि उन दीवारों को तोड़ने वाली शक्ति बन चुकी है, जिन्हें सदियों से उसके चारों ओर खड़ा किया गया था। उसकी यह दस्तक अब धीमी नहीं, बल्कि बदलाव की आहट बन चुकी है।
36 views • 2025-06-24
Sanjay Purohit
मन: बंधन से मुक्ति की यात्रा
आध्यात्मिक दृष्टि से मन वह माध्यम है, जिसके द्वारा आत्मा संसार से संबंध स्थापित करती है। यह न तो पूर्णतः शरीर है, न ही पूर्णतः आत्मा—बल्कि इन दोनों के बीच की एक सूक्ष्म सत्ता है। मन ही वह उपकरण है जो आत्मा को संसारिक अनुभव देता है। जब मन शांत और शुद्ध होता है, तब आत्मा अपनी दिव्यता को प्रकट कर सकती है।
228 views • 2025-06-23
Sanjay Purohit
सुरों का सुनहरा सफर: हिंदी फिल्मी गीतों का स्वर्णकाल
हिंदी फिल्मी गीत केवल मनोरंजन का साधन नहीं रहे, बल्कि भारतीय समाज की भावनाओं, संस्कारों और संस्कृति के प्रतिबिंब भी बने हैं। विशेष रूप से 1940 से 1970 तक का समय "स्वर्णकाल" (Golden Era) कहा जाता है, जब गीतों में गहराई, शब्दों में काव्यात्मक सौंदर्य और धुनों में आत्मा बसती थी। यह काल भारतीय सिनेमा की सांगीतिक यात्रा का अमूल्य खजाना है।
62 views • 2025-06-23
Sanjay Purohit
युवा पीढ़ी और सेक्स के प्रति टूटती वर्जनाएं – बदलती सोच के उजाले और अंधेरे
भारत जैसे पारंपरिक समाज में सेक्स को लेकर सदियों से मौन और वर्जनाओं की एक मोटी दीवार खड़ी रही है। लेकिन वर्तमान की युवा पीढ़ी इस दीवार को तोड़ती नजर आ रही है। वह अब इन विषयों पर न केवल सोच रही है, बल्कि खुलकर बोल भी रही है। शिक्षा, तकनीक, सोशल मीडिया और वैश्वीकरण के प्रभाव ने युवाओं की सोच को बदला है। वे अब सेक्स को अपराध या शर्म का विषय नहीं, बल्कि जैविक, भावनात्मक और व्यक्तिगत अधिकार के रूप में देखने लगे हैं।
209 views • 2025-06-22
Sanjay Purohit
वर्तमान समाज में योग की प्रासंगिकता
आज का समाज तकनीकी उन्नति और भौतिक प्रगति की दौड़ में निरंतर आगे बढ़ रहा है, लेकिन इस विकास की चमक के पीछे कई गहरी समस्याएँ छुपी हुई हैं — जैसे तनाव, अवसाद, असंतुलित जीवनशैली, सामाजिक अलगाव, और पर्यावरणीय असंतुलन। ऐसे समय में योग, जो कि भारत की हजारों वर्षों पुरानी आध्यात्मिक देन है, एक संतुलित, समग्र और शांतिपूर्ण जीवन जीने का मार्ग प्रदान करता है।
86 views • 2025-06-21
Sanjay Purohit
भारतीय समाज में युवाओं का विवाह से मोहभंग: परिवार और समाज के लिए एक गंभीर चुनौती
भारतीय संस्कृति में विवाह केवल दो व्यक्तियों का ही नहीं, दो परिवारों का भी पवित्र बंधन माना जाता रहा है। यह सामाजिक, धार्मिक और नैतिक मूल्यों की नींव पर आधारित एक संस्था है। किंतु हाल के वर्षों में देखा जा रहा है कि भारत में अनेक युवा विवाह के प्रति उदासीन होते जा रहे हैं। वे या तो विवाह में देरी कर रहे हैं, विवाह से पूरी तरह दूर रह रहे हैं, या विवाह को एक ऐच्छिक संस्था मान रहे हैं।
153 views • 2025-06-20
Sanjay Purohit
योग—भारतीय विरासत का वैश्विक उत्सव
हर वर्ष 21 जून को जब सूरज की किरणें धरती पर सबसे लंबे समय तक चमकती हैं, तब दुनिया एक साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाती है। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य का, बल्कि मानसिक और आत्मिक संतुलन का भी उत्सव है — एक ऐसा उपहार जो भारत ने विश्व को दिया है।
169 views • 2025-06-20