पन्ना के खूबसूरत वाटरफॉल में बनेगा MP का पहला ग्लास ब्रिज, जलप्रपात को ठीक सामने से दीदार कर सकेंगे सैलानी
बुंदेलखंड का नियाग्रा कहे जाने वाले पन्ना जिले में स्थित बृहस्पति कुंड जलप्रपात की खूबसूरती का दीदार करने के लिए ग्लास ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने पन्ना के सर्किट हाउस में पर्यटन निगम की टीम के साथ बैठक कर बृहस्पति कुंड वाटरफॉल और आसपास के क्षेत्र का पर्यटन बढ़ाने के उद्देश्य से बनाये प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा की। जिला पुरातत्व, पर्यटन और संस्कृति परिषद पन्ना के सदस्य आबकारी उप निरीक्षक मुकेश पांडेय ने भी बैठक में जरूरी सुझाव दिए।


Ramakant Shukla
Created AT: 23 अगस्त 2023
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बुंदेलखंड का नियाग्रा कहे जाने वाले पन्ना जिले में स्थित बृहस्पति कुंड जलप्रपात की खूबसूरती का दीदार करने के लिए ग्लास ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने पन्ना के सर्किट हाउस में पर्यटन निगम की टीम के साथ बैठक कर बृहस्पति कुंड वाटरफॉल और आसपास के क्षेत्र का पर्यटन बढ़ाने के उद्देश्य से बनाये प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा की। जिला पुरातत्व, पर्यटन और संस्कृति परिषद पन्ना के सदस्य आबकारी उप निरीक्षक मुकेश पांडेय ने भी बैठक में जरूरी सुझाव दिए।
पर्यटन विकास निगम की तकनीकी टीम ने किया सर्वे
मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम की तकनीकी टीम ने बृहस्पति कुंड वाटरफॉल पहुंचकर वास्तविक स्थिति और लोकेशन का अध्ययन और सर्वे किया। वास्तुविद सतीश कालान्तरे ने बताया कि बृहस्पति कुंड जलप्रपात के आसपास फिलहाल सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना हमेशा बनी रहती है। इसलिए बृहस्पति कुंड जलप्रपात के चारों तरफ सुरक्षा के लिए रेलिंग लगाई जाएगी। रेलिंग भी इस तरीके से लगाई जाएगी कि स्थान की खूबसूरती भी बनी रहे और सुरक्षा भी।MP का पहला ग्लास ब्रिज
वास्तुविद सतीश कालान्तरे ने बताया कि बृहस्पति कुंड आश्रम की तरफ एक मजबूत ग्लास ब्रिज बनाया जाएगा, जिस पर चढ़कर पर्यटक जलप्रपात के ठीक सामने खड़े होकर जलप्रपात की खूबसूरती को दीदार सकेंगे। यह देश का दूसरा और मध्यप्रदेश का पहला ग्लास ब्रिज होगा।पैगोडा डिजाइन में बनेंगे विश्राम स्थल
कार्यपालन यंत्री चौरसिया ने बताया कि जलप्रपात के आसपास लोगों को धूप-बारिश से बचने के लिए पैगोडा डिजाइन के विश्राम स्थल भी बनाए जाएंगे। दिनों-दिन पर्यटकों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए सुलभ सौचालय और एक बड़ी पार्किंग की भी व्यवस्था होगी। जलप्रपात के पास खाली पड़े चट्टानी मैदान में खूबसूरत पार्क विकसित किया जाएगा। इस क्षेत्र के महत्व और जानकारी को दर्शाने वाले नोटिस बोर्ड लगाए जाएंगे।अलग-अलग चरणों पूरा होगा कार्य
बृहस्पति कुंड क्षेत्र को विकसित करने का कार्य कई चरणों मे पूरा होगा। पहले चरण में जलप्रपात के चारों तरफ सुरक्षा रेलिंग, ग्लास ब्रिज, विश्राम स्थल, पार्किंग, प्रसाधन गृह, कैफेटेरिया आदि का निर्माण होगा। दूसरे चरण में जलप्रपात के नीचे की तरफ स्टॉप डैम बनाकर नौकायन और एडवेंचर गतिविधियों की व्यवस्था भी की जाएगी।ये भी पढ़ें
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