


21 अप्रैल को हर साल सिविल सेवा दिवस मनाया जाता है। सिविल सेना किसी देश के प्रशासन की रीढ़ होती है। ये दिन सभी सरकारी अधिकारियों की सराहना करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य सिविल सेवकों के प्रयासों और कार्यों को प्रेरित करना है। इसी मौके पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के प्रशासन अकादमी में सिविल सर्विसेस डे कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सीएम शिवराज सिंह चौहान, आईएएस, आईपीएस, आईएफएस अधिकारी शामिल हुए।
उत्साह से हमेशा भरें रहें, आशावादी बने
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं रोज सुबह उठकर याद करता हूं कि कुछ गलती हो गई, क्या गलत किया? मैं पहले से तय कर लेता हूं सप्ताह में क्या करना हैं, महीने में क्या करना है? मुझे हमेशा लगता है कि हम और बेहतर कैसे करें। कैसे बेहतर सोच सकते है यह सोचना चाहिए। हम अगर है तो लोगों के लिए है। देश के लिए हैं। उन्होंने कहा कि अहंकार शून्य होना चाहिए। सिविल सर्विसेस में की मौके ऐसे आते है, जहां सफलता नहीं मिलती। कुछ लोग ऐसे मिलते है। उत्साह खत्म कर देते हैं। हमको निराश होने का हक नहीं है। उत्साह से हमेशा भरें रहें। आशावादी बने।
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पवित्र भावना प्रदेश के साथ देश की उन्नति को नव गति प्रदान करेगी
सीएम शिवराज ने अपने संबोधन में कहा कि उन्हें एक गाना बहुत पसंद है। अपने लिए जिए तो क्या जिए, जिए तो जमाने के लिए। मैं मुख्यमंत्री बनने से पहले कभी मंत्री नहीं रहा। पर मुझे कभी लगा नहीं कि मैं काम कैसे करूंगा। बिना सिविल सर्विसेस के आप कल्पना नहीं कर सकते देश के बेहतर होने की। सिविल सेवकों को लेकर सीएम ने कहा कि सुधार की गुजाइंश अभी है। अपने काम में सुधार की कोशिश करते रहें। सीएम शिवराज ने ट्वीट कर लिखा था कि सिविल सेवा दिवस पर सभी सिविल सेवकों को शुभकामनाएं। आप ऐसे ही नागरिकों के जीवन को सुखद बनाने के साथ-साथ प्रदेश की प्रगति के लिए समर्पित भाव से कार्य करते रहिये, नि:संदेह, आपकी यह लोकसेवा की पवित्र भावना प्रदेश के साथ देश की उन्नति को नव गति प्रदान करेगी।