


पीएम मोदी शनिवार को एमपी की राजधानी भोपाल के दौरे पर थे। पीएम लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तिकरण का मजबूत संदेश दिया। इसके अलावा पीएम ने अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर उनकी याद में डाक टिकट और 300 रुपये का सिक्का जारी किया।
सबसे पहले मैं मां भारती को प्रणाम करता हूं
पीएम मोदी ने कहा कि, सबसे पहले मैं मां भारती को, भारत की मातृशक्ति को प्रणाम करता हूं। आज यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें-बेटियां हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आप सभी के दर्शन पाकर धन्य हो गया हूं। आज लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर जी की 300वीं जन्मजयंती है। 140 करोड़ भारतीयों के लिए ये अवसर प्रेरणा का है। राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहे भगीरथ प्रयासों में अपना योगदान देने का है।
हमारी सरकार ‘नागरिक देवो भव’ के मंत्र पर काम कर रही है
जनता को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, देवी अहिल्याबाई कहती थी कि शासन का सही अर्थ जनता की सेवा करना और उनके जीवन में सुधार लाना होता है। आज का कार्यक्रम उनकी इस सोच को आगे बढ़ाता है। पीएम ने कहा कि, अहिल्याबाई होलकर भारत की विरासत की संरक्षिका थीं, उन्होंने हमारे मंदिरों और तीर्थ स्थलों की रक्षा की जब उन पर आक्रमण हो रहा था। हमारी सरकार ‘नागरिक देवो भव’ के मंत्र पर काम कर रही है, जो अहिल्याबाई होल्कर का दर्शन था।
देवी अहिल्याबाई का नाम सुनते ही मन में श्रद्धा उमड़ पड़ती है
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर का नाम सुनते ही मन में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है। उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बोलने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। देवी अहिल्याबाई प्रतीक हैं कि जब इच्छाशक्ति होती है, दृढ़ प्रतिज्ञा होती है तो परिस्थितियां कितनी ही विपरीत क्यों ना हों, परिणाम लाकर दिखाया जा सकता है।
देवी अहिल्याबाई ने हमारे तीर्थों का पुनर्निर्माण किया
इसके साथ ही भोपाल में पीएम मोदी ने कहा कि, देवी अहिल्याबाई भारत की विरासत की बहुत बड़ी संरक्षक थीं। जब देश की संस्कृति पर, हमारे मंदिरों, हमारे तीर्थ स्थलों पर हमले हो रहे थे, तब लोकमाता ने उन्हें संरक्षित करने का बीड़ा उठाया। उन्होंने काशी विश्वनाथ सहित पूरे देश में हमारे अनेकों मंदिरों का, हमारे तीर्थों का पुनर्निर्माण किया।