


अमेरिका ने यह कदम करीब एक सप्ताह पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को रूसी सेना के साथ युद्ध समाप्त करने के मद्देनजर वार्ता में शामिल होने का दबाव डालने के लिए उठाया था। यह घोषणा सऊदी अरब में यूक्रेन और अमेरिका के बीच वार्ता के दौरान की गई। यूक्रेन ने यह भी कहा कि वह रूस के साथ युद्ध में 30 दिन के संघर्ष विराम के लिए तैयार है, जो क्रेमलिन समझौते के अधीन होगा।
यूक्रेन और अमेरिकी अधिकारियों के बीच मुलाकात
आज यूक्रेन और अमेरिका के अधिकारियों के बीच एक महत्वपूर्ण मुलाकात हुई, जिसमें इस प्रस्ताव पर चर्चा की गई। इसके बाद, एक संयुक्त बयान जारी किया गया, जिसमें यूक्रेन ने इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि वे इसके लिए तैयार हैं। बयान में यह भी उल्लेख किया गया कि मीडिएशन के माध्यम से अगर आगे भी युद्ध को रोका जा सकता है, तो यूक्रेन इसे समर्थन करेगा।
यूक्रेन के अधिकारी इस युद्धविराम के प्रस्ताव को एक सकारात्मक कदम मानते हुए इसे स्वागत योग्य बताया और यह आशा जताई कि इस युद्धविराम के माध्यम से शांति की ओर एक बड़ा कदम बढ़ाया जा सकता है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अगर अमेरिका और अन्य वैश्विक ताकतें इस स्थिति को आगे बढ़ाने के लिए योगदान देती हैं, तो यह शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास साबित हो सकता है।
राष्ट्रपति ट्रंप और जेलेंस्की के बीच तनाव
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में तीखी झड़प हुई थी, जिसके बाद यह अटकलें तेज हो गई थीं कि यूक्रेन के लिए भविष्य में समस्याएं बढ़ सकती हैं। कुछ जानकारों का मानना था कि इस तनाव के चलते अमेरिका और यूक्रेन के रिश्तों में खटास आ सकती है।
हालांकि, इस विवाद के बावजूद यूक्रेन ने अमेरिका के इस युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि यूक्रेन शांति की ओर कदम बढ़ाने के लिए तैयार है और फिलहाल अमेरिका के प्रस्ताव को मानने की स्थिति में है।