सावन के अंतिम सोमवार पर करें शिव की विशेष आराधना, मिलेगी महादेव की कृपा
सावन का महीना अब समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। हिंदू धर्म में सावन मास को भगवान शिव का अत्यंत प्रिय माना जाता है। पुराणों में भी सावन के महीने को बहुत महत्व दिया गया है। इस मास में आने वाले सोमवार विशेष फलदायी माने जाते हैं क्योंकि ये दिन भगवान शिव को समर्पित होते हैं।
Img Banner
profile
Sanjay Purohit
Created AT: 30 जुलाई 2025
416
0
...

सावन का महीना अब समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। हिंदू धर्म में सावन मास को भगवान शिव का अत्यंत प्रिय माना जाता है। पुराणों में भी सावन के महीने को बहुत महत्व दिया गया है। इस मास में आने वाले सोमवार विशेष फलदायी माने जाते हैं क्योंकि ये दिन भगवान शिव को समर्पित होते हैं। कहा जाता है कि सावन के सोमवारों में किए गए उपासना और पूजा के फल कई गुना बढ़ जाते हैं। सावन मास में चार सोमवार आते हैं जिनमें से तीन सोमवार अब बीत चुके हैं। अभी केवल एक ही सोमवार बचा है जो इस मास का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण सोमवार होगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से विशेष कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है।

इस साल सावन का समय

इस वर्ष सावन की शुरुआत 11 जुलाई से हुई थी और यह मास 9 अगस्त तक रहेगा। सावन के इस पूरे महीने में चार सोमवार पड़ते हैं। पहला, दूसरा और तीसरा सोमवार अब बीत चुका है। इस महीने का चौथा और आखिरी सोमवार 4 अगस्त को है जो सावन मास का अंतिम और सबसे शुभ सोमवार भी है।

चौथा श्रावण सोमवार कब है?

सावन का चौथा और आखिरी सोमवार इस साल 4 अगस्त को पड़ रहा है। यह दिन भगवान शिव को खुश करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का सबसे उत्तम अवसर माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिनमें सर्वार्थ सिद्धि योग भी शामिल है। इसके अलावा, 4 अगस्त को सावन शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि भी है, जो इस दिन को और भी ज्यादा पावन और खास बनाती है।

सावन के आखिरी सोमवार का महत्व

सिर्फ पूजा-पाठ ही नहीं, सावन के अंतिम सोमवार को विधि-विधान से किए गए उपवास और अभिषेक से भगवान भोलेनाथ की कृपा बनी रहती है। ऐसा करने से न केवल इस दिन बल्कि पूरे वर्ष सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।

इस दिन किए गए धार्मिक कर्मों से व्यक्ति का मन और जीवन दोनों ही शुद्ध हो जाते हैं। साथ ही, भगवान शिव की आशीष से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और सभी कार्य सफल होते हैं।


ये भी पढ़ें
सीएम की घोषणा,कटंगी और पौड़ी बनेगी तहसील,लाड़ली बहना योजना सम्मेलन में शामिल हुए सीएम
...

Spiritual

See all →
Sanjay Purohit
आंखों में छिपा है जीवन का रहस्य, ग्रहों के माध्यम से जानें नेत्र से व्यक्तित्व
ज्योतिष को वेदों का नेत्र कहा गया है, जो व्यक्ति के भविष्य को जानने में सहायक है। नेत्रों के आकार, रंग और भावों से चरित्र, स्वभाव और अंतर्निहित शक्तियों का पता चलता है। विभिन्न ग्रहों का प्रभाव भी नेत्रों के स्वरूप और व्यक्ति के व्यक्तित्व पर पड़ता है।
19 views • 12 hours ago
Sanjay Purohit
माघ मेला 2026: क्या है दंडी बाड़ा? कैसी है दंडी संन्यासियों की दुनिया
माघ मेला में दंडी बाड़ा का बड़ा महत्व माना जाता है। इस बार प्रयागराज के माघ मेला में दंडी संत-संन्यासियों से फिर मिलने का भक्तों को अवसर मिल सकता है। दंडी संन्यासी बनने के लिए कठोर नियमों का पालन करना पड़ता है।
138 views • 2025-12-06
Sanjay Purohit
सुख-समृद्धि के लिए किचन से जुड़े इन वास्तु नियमों का रखें ध्यान, बनी रहेगी मां अन्नपूर्णा की कृपा
रसोई में मां अन्नपूर्णा की तस्वीर लगाना एक धार्मिक परंपरा है जो भोजन के प्रति कृतज्ञता को दर्शाती है। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य लाभ आता है। यही वजह है कि रसोई से जुड़े कुछ नियमों का सभी को जरूर ध्यान रखना चाहिए।
42 views • 2025-12-05
Sanjay Purohit
विवाह में दुल्हन को क्यों पहनाया जाता है लाल जोड़ा?
हिंदू धर्म में 16 संस्कारों के बारे में बताया गया है. इन्हीं संस्कारों में एक संस्कार है विवाह. विवाह के बाद गृहस्थ जीवन की शुरुआत हो जाती है. हिंदू विवाह में कई परंपराएं रस्में की जाती हैं, जो बहुत ही विशेष और महत्वपूर्ण होती हैं.
420 views • 2025-12-03
Richa Gupta
भगवद गीता का पूरा लाभ पाने के लिए इन महत्वपूर्ण नियमों का पालन करें
गीता जयंती 2025 पर भगवद गीता का पाठ करते समय इन जरूरी नियमों का पालन करें और जीवन में इसके उपदेशों से पूर्ण लाभ प्राप्त करें।
159 views • 2025-11-29
Sanjay Purohit
रोज शाम को घर में इन जगहों पर जलाए दीपक, बढ़ेगी सुख-समृद्धि!
हिंदू धर्म में शाम का समय बहुत पावन माना जाता है.वास्तु और ज्योतिष शास्त्र में इस समय में घर के कुछ विशेष स्थानों पर दीपक जलाने के लिए कहा गया है. इस स्थानों पर रोज शाम के समय घी या तेल का दीपक जलाना चाहिए.
121 views • 2025-11-28
Sanjay Purohit
काला रंग अशुभ, फिर भी मंगलसूत्र के मोती काले क्यों होते हैं?
मंगलसूत्र सुहागिन महिलाओं के सोलह श्रृंगार में से एक माना जाता है, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है. धार्मिक मान्यताओं में काले रंग को अशुभ माना गया है और ऐसे में कई महिलाओं के मन में सवाल आता है कि जब काला रंग अशुभ है तो मंगलसूत्र के मोती काले क्यों होते हैं.
305 views • 2025-11-24
Sanjay Purohit
विवाह पंचमी के दिन करें ये काम, भरा रहेगा धन का भंडार!
विवाह पंचमी के दिन प्रभु श्रीराम और माता सीता की पूजा करने से शुभता का आगमन होता है, लेकिन विवाह पंचमी के दिन विवाह नहीं किया जाता. हालांकि इस दिन कुछ विशेष काम करने से घर में धन का भंडार भरा रहता है.
92 views • 2025-11-21
Richa Gupta
तुलसी माला पहनते समय ध्यान रखें ये बातें, मिलेगा शुभ फल
तुलसी माला पहनते समय कुछ खास बातें ध्यान में रखनी चाहिए। सही विधि और आचार से तुलसी माला से मिलेगा अधिक शुभ और सकारात्मक प्रभाव।
184 views • 2025-11-19
Richa Gupta
देशभर के पांच प्रमुख वराह मंदिर और उनकी ऐतिहासिक महिमा
भारत में विराजमान भगवान वराह के पांच प्रमुख मंदिर, जिनमें पुष्कर, तिरुविदंदाई, सिमाचलम, खजुराहो और बदामी शामिल हैं। जानिए इतिहास और महत्व।
161 views • 2025-11-13
...