


संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता कर रहा पाकिस्तान इस मंच का इस्तेमाल भारत के खिलाफ अपने नापाक इरादों के लिए करने की तैयारी कर रहा है। पाकिस्तान की योजना खासतौर पर कश्मीर मुद्दे को उठाने की है। इसके लिए इस्लामाबाद दो महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की तैयारी कर रहा है। पहला कार्यक्रम एक उच्च स्तरीय खुली बहस है, जो इसी सप्ताह आयोजित होने वाली है। हिंदुस्तान टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इस्लामाबाद इस खुली बहस के दौरान कश्मीर के मुद्दे को उठा सकता है। इस बैठक की अध्यक्षता पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार करेंगे।
अध्यक्ष बनते ही दिखा दिया था रंग
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत भी इस बहस के दौरान पाकिस्तान के संभावित प्रोपेगैंडा का जवाब देने की तैयारी कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद ने 1 जुलाई को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'अब समय आ गया है कि कश्मीर विवाद पर ध्यान दिया जाएगा। मैं कहूंगा कि यह केवल पाकिस्तान की जिम्मेदारी नहीं है। हम यहां अस्थायी रूप से हैं और एक अस्थायी सदस्य के रूप में दो साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं।'
भारत विरोधी OIC को आगे ला रहा पाकिस्तान
इस्लामिक सहयोग संगठन का गठन 1969 में किया गया था। इसके सदस्यों में पश्चिम एशिया, अफ्रीका और एशिया के 57 देश शामिल हैं। इस समूह ने जम्मू-कश्मीर के मामले में बार-बार सवाल उठाए हैं। इसने 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के भारत के निर्णय की आलोचना की है, जिसे नई दिल्ली ने खारिज किया है। ऐसे में इस समूह के पुराने रुख को देखते हुए इसका संयुक्त राष्ट्र में असर बढ़ना भारत के लिए चिंता की बात हो सकती है।