


दक्षिण-पश्चिम मानसून अब छत्तीसगढ़ से विदाई की कगार पर है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दो से तीन दिनों में उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ से मानसून पूरी तरह से लौट जाएगा। विदाई से पहले यह राजधानी रायपुर समेत कई जिलों में हल्की बारिश देकर जाएगा।
इस बीच राज्य के कई हिस्सों में सुबह और शाम गुलाबी सर्दी दस्तक दे चुकी है। पेण्ड्रारोड में बीते 24 घंटे में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राज्य में सबसे कम रहा। वहीं राजनांदगांव में तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
शनिवार सुबह से ही रायपुर में बादलों का डेरा रहा। बीच-बीच में रुक-रुक कर हल्की बारिश होती रही। शाम को मौसम सुहावना हो गया। अधिकतम तापमान सामान्य से 1.9 डिग्री कम होकर 30.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
बिलासपुर में झमाझम बारिश, जलभराव से यातायात प्रभावित
शनिवार को न्यायधानी बिलासपुर में दोपहर के समय तेज गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हुई। महज आधे घंटे की बारिश में कई इलाकों में जलभराव हो गया। पुराने बस स्टैंड, विनोबा नगर, हंसा विहार और श्रीकांत वर्मा मार्ग की कॉलोनियों में घुटनों तक पानी भर गया। बारिश के बाद चली ठंडी हवाओं ने मौसम को खुशनुमा बना दिया।
15 अक्टूबर तक संभावित है मानसून की पूरी विदाई
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 15 अक्टूबर तक राज्य से मानसून की पूरी विदाई हो सकती है। शनिवार को शहर में मौसम ने करवट ली। सुबह हल्की धूप रही, लेकिन दोपहर तक आसमान में घने बादल छा गए। लगभग दो बजे अंधेरा जैसा माहौल हो गया। गरज-चमक के साथ तेज बारिश शुरू हुई जिसने पूरे शहर को भिगो दिया।
तापमान में गिरावट से बढ़ा सर्दी का अहसास
शुक्रवार को अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस था, जो शनिवार को घटकर 29 डिग्री रह गया। यह सामान्य से 4.2 डिग्री कम है। मौसम के इस बदलाव ने लोगों को उमस और गर्मी से राहत दी और हल्की ठंडक का एहसास कराया। अनुमान है कि आने वाले दिनों में ठंड धीरे-धीरे बढ़ेगी।
मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा
, अरब सागर में बने चक्रवात और बंगाल की खाड़ी में सक्रिय सिस्टम के चलते बारिश हुई है। हालांकि आने वाले दिनों में बारिश की गतिविधियां घटेंगी, लेकिन दबाव के कारण मौसम में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। ठंड अचानक बढ़ सकती है या बारिश पूरी तरह थम जाएगी—इस पर एक-दो दिन में स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।