


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निर्देश दिए हैं कि आगामी दो माह में पड़ने वाले प्रमुख धार्मिक पर्वों के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी नागरिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए संवेदनशीलता और तत्परता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें। वर्षाकाल से जुड़ी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाए। किसानों के लिए खाद और बीज की उपलब्धता, और नए शिक्षण सत्र में विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकों की समय पर आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाए।गुरुवार को समत्व भवन, मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डॉ. यादव ने वरिष्ठ अधिकारियों, कलेक्टर्स और पुलिस अधीक्षकों से चर्चा की।
सुरक्षा रहे सर्वोच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष अब तक प्रदेश में सामान्य से 37% अधिक वर्षा हो चुकी है, जिसमें अलीराजपुर और नीमच जिलों में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई है। 28 जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। ऐसे में पुल-पुलियों और रपटों पर जल प्रवाह होने की स्थिति में बैरिकेड्स लगाए जाएं। नालों और नालियों की सफाई व जलनिकासी के उपाय शीघ्र किए जाएं। बांधों से जल छोड़ने की स्थिति में ग्रामीण क्षेत्रों तक सूचना मुनादी, फोन, व्हाट्सएप जैसे माध्यमों से पहुंचाई जाए। सभी अधिकारी आपदा प्रबंधन की जिम्मेदारी समय पर निभाएं। होमगार्ड और राहत दल सक्रिय रहें तथा आवश्यकतानुसार बोट्स की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए।
सर्पदंश से बचाव के लिए विशेष उपाय
मुख्यमंत्री ने सर्पदंश से हो रही मौतों को रोकने के लिए पंचायत और थाना स्तर पर जागरूकता और उपचार व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस दिशा में शुरू हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम सराहनीय हैं और इन्हें सतत जारी रखा जाए। साथ ही, कालबेलिया समुदाय के युवाओं को प्रशिक्षित कर उनकी सेवाएं भी ली जा सकती हैं।
कानून व्यवस्था बनी रहे मजबूत
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था सुदृढ़ बनी रहे। सामान्य घटनाओं को लेकर अनावश्यक विवाद खड़ा करने वालों से सख्ती से निपटा जाए। उन्होंने नक्सल गतिविधियों पर नियंत्रण में सुरक्षा बलों की भूमिका की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी।
श्रावण मास के आयोजन के लिए तैयारी करें
डॉ.मोहन यादव ने निर्देश दिए कि ओंकारेश्वर, उज्जैन, मंदसौर सहित अन्य स्थानों पर श्रावण मास के आयोजनों और कावड़ यात्राओं के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। जनजातीय कलाकारों और पुलिस बैंड जैसे नवाचारों के माध्यम से आयोजन को अधिक आकर्षक बनाया जाए, जैसा कि पिछले वर्ष किया गया था।
किसानों के लिए गुणवत्तापूर्ण सामग्री की आपूर्ति हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद, बीज और उर्वरकों की उपलब्धता सभी जिलों में सुनिश्चित की जाए। इनकी कालाबाजारी किसी भी स्थिति में न हो, दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।
विद्यार्थियों को समय पर मिलें पाठ्यपुस्तकें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकों की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। कोई भी छात्र दुकान से महंगी दर पर किताबें खरीदने को मजबूर न हो। नए बने कक्षों और सुविधाओं का शीघ्र लोकार्पण कर उन्हें उपयोग में लाया जाए। यह कार्य मिशन मोड में किया जाए। मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि अब तक लगभग 85% विद्यार्थियों का नामांकन हो चुका है और शेष के लिए प्रयास जारी हैं।
गौशालाओं का अधिकतम उपयोग हो
डॉ. मोहन यादव ने सड़कों पर घूम रही गायों की दुर्घटनाओं से रक्षा के लिए उन्हें गौशालाओं तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने बताया कि गौशालाओं को अतिरिक्त अनुदान राशि दी गई है और पशुपालकों को इस दिशा में प्रोत्साहित किया जाए।
मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को न्यूनतम करने के लिए बहुआयामी रणनीति अपनाने के निर्देश दिए। एनीमिया नियंत्रण हेतु विशेष प्रयास किए जाएं। इसके अलावा, अन्य कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा करते हुए सभी कलेक्टर्स को उनके प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए।
पदोन्नति प्रक्रिया समयसीमा में पूरी करें
डॉ.मोहन यादव ने कहा कि नौ वर्षों के बाद कर्मचारियों और अधिकारियों की पदोन्नति के निर्णय को समय पर क्रियान्वित किया जाए। सभी विभाग संबंधित प्रक्रिया को निर्धारित समयसीमा में पूरा करें।बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन, पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना, मुख्यमंत्री कार्यालय के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।