


मध्यप्रदेश जल्द ही देश के मेट्रो और वंदे भारत कोच निर्माण में एक अहम भूमिका निभाने जा रहा है। राज्य के रायसेन जिले में भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) द्वारा एक अत्याधुनिक कोच निर्माण फैक्ट्री स्थापित की जाएगी। इस बहुप्रतीक्षित परियोजना का भूमिपूजन 10 अगस्त को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा किया जाएगा।
कहाँ बनेगी फैक्ट्री?
यह फैक्ट्री रायसेन जिले के उमरिया गांव में स्थापित की जा रही है। मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम (MPIDC) द्वारा 60 हेक्टेयर (148 एकड़) भूमि BEML को उपलब्ध कराई गई है। यह ज़मीन NH-45 (भोपाल-सागर हाईवे) के निकट स्थित है, जिससे परिवहन और कनेक्टिविटी दोनों सुलभ रहेंगे।
निवेश और रोजगार के अवसर
फैक्ट्री परियोजना में ₹1,800 करोड़ से अधिक का निवेश प्रस्तावित है। इसके पूर्ण रूप से क्रियान्वित होने पर राज्य में 19,000 से अधिक प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की संभावना है। यह पहल न केवल मध्यप्रदेश की औद्योगिक प्रगति को रफ्तार देगी, बल्कि स्थानीय युवाओं को भी रोजगार के अवसर प्रदान करेगी।
मेट्रो और वंदे भारत कोच होंगे निर्मित
इस फैक्ट्री में अत्याधुनिक तकनीक से मेट्रो रेल और वंदे भारत ट्रेन के कोचों का निर्माण किया जाएगा। यह पहल 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' अभियानों को भी मजबूती प्रदान करेगी। BEML का यह प्रोजेक्ट भारत को रेलवे क्षेत्र में तकनीकी रूप से और अधिक सक्षम बनाएगा।
केंद्र और राज्य सरकार की साझेदारी
यह पूरी परियोजना केंद्र सरकार और मध्यप्रदेश सरकार की सहभागिता का प्रतिफल है। उद्योग विभाग, MPIDC और BEML के बीच समझौते पहले ही हो चुके हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस प्रोजेक्ट को राज्य के लिए "आर्थिक क्रांति की शुरुआत" करार दिया है।