


मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली सचिवालय में 1984 के सिख दंगा पीड़ितों के परिजनों को सरकारी नौकरियों में नियुक्ति के लिए नियुक्त पत्र वितरित किए। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका, राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और पीड़ित परिवारों के सदस्य मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने के बाद सिख दंगा पीड़ितों के जख्मों पर मरहम लगाने और आरोपियों को सजा दिलाने का काम शुरू किया। उन्हीं के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए दिल्ली सरकार पीड़ित परिवारों के सम्मानजनक जीवन के लिए उनके परिजनों को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र वितरित कर रही है।
सीएम बोलीं- यह 40 वर्षों का संघर्ष
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ एक नियुक्ति नहीं, बल्कि न्याय है, जो चालीस सालों के संघर्ष के बाद मिला है। हम अतीत को बदल तो नहीं सकते, लेकिन इन लोगों का वर्तमान जरूर बेहतर कर सकते हैं। आज जब हम 125 परिवारों के सदस्यों को नियुक्तियां देने में सक्षम हुए हैं और उनमें से 19 लोग अपनी सेवाएं शुरू कर रहे हैं, तो यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है।