


गर्मी लगातार बढ़ रही है. गर्मी से बचने के लिए लोग पखा, कूलर और एसी का प्रयोग कर रहे हैं. अधिकांश ऑफिस में मिनिमम टेंपरेचर पर एसी चल रहे हैं. ऑफिस में काम करने वाले प्रयास करते हैं कि दिन भर एसी में ही रहें. लेकिन, यदि इस दौरान भरी दोपहरी में किसी कारण से एसी वाले दफ्तर से बाहर निकलना पड़े तब क्या करना चाहिए. कई घंटे लगातार एसी में बैठने के बाद अचानक तेज धूप में जाना घातक हो सकता है. बहुत देर तक एसी में रहने के बाद धूप में जाने से क्या खतरा होता है.
इस बढ़ते तापमान में डिहाईड्रेशन, हीट वेव और हीट स्ट्रोक का भी खतरा भी बढ़ गया है. दिल्ली-एनसीआर में तो लोग हीट स्ट्रोक की चपेट में आकर अस्पतालों में भी भर्ती हो रहे हैं. ऐसे में एसी निकल कर भरी धूप में जाना घातक हो सकता है. डॉक्टर भी एसी से निकलकर धूप में नहीं जाने की सलाह दे रहे हैं. दोपहर में एसी से बाहर निकलने के दौरान कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए.ऐसा नहीं करने पर ब्रेन हेमरेज का भी खतरा रहता है.
एसी से तुरंत धूप में निकलने पर क्या होता है
एसी में ज्यादा देर बैठने के दौरान आपके शरीर का तापमान कम हो जाता है. इस स्थिति में अचानक तेज धूप में पहुंचने पर हीट स्ट्रोक और ब्रेन हेमरेज का भी खतरा रहता है. एसी में 20 से 24 तापमान होता है जबकि बाहर 40 से 45 तापमान होता है. ऐसे में अंदर और बाहर के तापमान में 20 से 22 डिग्री का अंतर होता है. अचानक कम तापमान से लगभग दोगुना तापमान में आने से स्थिति बेहद गंभीर हो सकती है. डायबिटीज और हाई बीपी के मरीजों के लिए ऐसा करना उनके लिए घातक हो सकता है.
ऐसे करें बचाव
यदि आप एसी में कम तापमान में बैठे हैं और अचानक बाहर जाना पड़े तो कुछ सावधानी बरतनी चाहिए. एसी से बाहर निकलने के दौरान कुछ देर दफ्तर के गेट के पास रहना चाहिए. जब तक शरीर का तापमान सामान्य न हो जाए तब तक धूप में नहीं जाना चाहिए. इसके साथ ही खाली पेट धूप में न निकलें. इसके साथ ही पूरे शरीर को कवर करें और सिर को ढककर रखें. डायबिटीज और हाई बीपी के मरीज ऐसी गलती भूलकर भी न करें.यदि धूप में निकलने पर चक्कर आना, उल्टी आना, हार्ट बीट बढ़ना, घबराहट और तेज प्यास लगती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.