


मध्य प्रदेश पुलिस के इतिहास में पहली बार महज पांच दिनों के अंदर 10,000 से अधिक पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले किए गए हैं। राज्य के विभिन्न थानों और उप-मंडलों में चार वर्ष या उससे अधिक समय से कार्यरत 10,482 सिपाही से लेकर सब-इंस्पेक्टर स्तर तक के पुलिसकर्मियों को हटाया गया है। इन तबादलों में सबसे अधिक 1,029 पुलिसकर्मी इंदौर पुलिस कमिश्नरेट से स्थानांतरित किए गए। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश पुलिस में भोपाल और इंदौर को शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के अलग-अलग जिले के रूप में गिना जाता है, इसलिए कुल जिलों की संख्या 57 मानी जाती है।
11 जून को निर्देश जारी किए गए थे
"डीजीपी कैलाश मकवाना ने बताया कि पुलिस व्यवस्था में सुधार, निष्पक्ष कार्रवाई सुनिश्चित करने और पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से यह तबादला प्रक्रिया आवश्यक थी। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय की प्रशासन शाखा के विशेष डीजी आदर्श कटियार द्वारा 11 जून को निर्देश जारी किए गए थे। डीजीपी के अनुसार, सभी स्थानांतरित पुलिसकर्मियों को आगामी एक सप्ताह के भीतर अपनी नई पदस्थापना पर कार्यभार संभालना होगा। इस प्रक्रिया की निगरानी पुलिस मुख्यालय द्वारा जिला स्तर पर कड़े नियंत्रण के साथ की जा रही है।
5 दिन में 10,482 तबादले
- आरक्षक, प्रधान आरक्षक, ASI और SI के तबादले
- 4 साल से एक थाने में जमे पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर
- पुलिस मुख्यालय ने 11 जून सभी एसपी को दिए थे निर्देश
- DGP कैलाश मकवाना की पहल पर हुई बड़ी सर्जरी
- 5 दिन में प्रदेश के 1100 थानों में ट्रांसफर की कार्रवाई हुई
- 10482 पुलिस कर्मियों को किए ट्रांसफर
- 15 सूबेदार, 196 SI, 1083 ASI
- 3622 हेड कांस्टेबल, 5566 कांस्टेबल के ट्रांसफर
- सबसे ज्यादा इंदौर में 1029 तबादला
- ग्वालियर में 828
- भोपाल में 699
- जबलपुर में 535 पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर