


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा पर हैं। इस यात्रा में वे साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया जाएंगे। कनाडा में G-7 शिखर सम्मेलन में उनकी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात होने की संभावना है। हालांकि, किसी औपचारिक बैठक की संभावना की पुष्टि नहीं की गई है। पीएम मोदी ने अपने बयान में कहा, 'शिखर सम्मेलन वैश्विक मुद्दों और ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं पर विचारों के आदान-प्रदान के लिए जगह देगा। मैं सहयोगी देशों के नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए भी उत्सुक हूं।'ऑपरेशन सिंदूर के सीजफायर को लेकर ट्रंप जिस तरह से लगातार बयानबाजी करते रहे हैं, उससे पीएम मोदी के साथ इस तरह की किसी भी संभावित मुलाकात की अहमियत और बढ़ गई है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है।
पीएम मोदी की तीन देशों की यात्रा की अहमियत
उधर पीएम मोदी की इस तीन देशों की यात्रा का उद्देश्य भारत के आतंकवाद विरोधी प्रयासों के लिए वैश्विक समर्थन जुटाना और अन्य अंतरराष्ट्रीय मसलों पर चर्चा करना है। अपनी यात्रा से पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह दौरा उन देशों को धन्यवाद देने का अवसर है, जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत का समर्थन किया है। पीएम मोदी साइप्रस के साथ संबंधों को मजबूत करने और इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEEC) में साइप्रस की भूमिका पर भी बात करेंगे।
क्रोएशिया की पहली यात्रा आपसी रिश्ते में नए रास्ते खोलेगी
कनाडा से लौटते समय पीएम मोदी क्रोएशिया जाएंगे। वे ऐसा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। 18 जून को वे राष्ट्रपति जोरान मिलानोविक और प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेनकोविक से मिलेंगे। मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक संबंध हैं। क्रोएशिया की यह पहली यात्रा द्विपक्षीय सहयोग के नए रास्ते खोलेगी।