बागेश्वर धाम सरकार की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का आज दूसरा दिन है। कल दिल्ली से शुरु हुई यह यात्रा फरीदाबाद पहुंचेगी। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में इंद्रप्रस्थ से निकली इस पदयात्रा की लंबाई 5 किलोमीटर से अधिक थी। इस पदयात्रा का 3 लाख से अधिक लोगों ने आत्मीय स्वागत किया। 150 किलोमीटर की दूरी इस पदयात्रा को तय करनी है। पहले दिवस की पदयात्रा 11 किलोमीटर की है। 11 किलोमीटर में से 5 किलोमीटर तक सिर्फ जन सैलाब दिखाई दे रहा था। 12 साल के बच्चे से लेकर 65 साल तक के वृद्ध, माताएं बहनें महाराज के साथ पदयात्रा में चल रही है।
200 से अधिक स्थानों में हुई पुष्प वर्षा, जगह-जगह जलपान की व्यवस्था
पदयात्रा का 200 से अधिक स्थानों में पुष्प वर्षा के साथ स्वागत हुआ। जिस क्षेत्र से पदयात्रा निकल रही थी उस क्षेत्र के लोग घरों से बाहर निकल आए। दरवाजे, छतों एवम ऊंचे स्थानों में खड़े होकर लोग पदयात्रा का अभिवादन कर रहे थे। लोगों ने पुष्प वर्षा कर सनातनियों का उत्साह बढ़ाया।
प्रथम दिवस की पदयात्रा विराम पड़ाव पर झिरखोद मंदिर में यात्रा विराम के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम मंच पर हंसराज रघुवंशी के भोलेनाथ के भजन की धुन पर महाराज श्री आनंद लेते दिखे। तो वहीं पदयात्रा में बूढ़े दादा के साथ आनंद लेते नजर आए बागेश्वर महाराज।
दिल्ली से वृंदावन की ओर प्रस्थान करते हुए सनातन एकता पदयात्रा प्रथम दिवस में झीरखोद मंदिर पहुंची। इससे पहले मार्ग में पड़ने वाले गांवों में ग्रामीणों ने घरों की छतों से पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया। लाखों ग्रामवासियों ने दर्शन कर पदयात्रा के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया।