


मध्यप्रदेश में इस बार भी तय समय पर मानसून की दस्तक नहीं हो पाई। केरल में मानसून समय से एक सप्ताह पहले आ गया था, ऐसे में माना जा रहा था कि प्रदेश में भी समय से मानसून की दस्तक पहले हो जाए। पर पिछले 15 दिन से मानसून महाराष्ट्र और छग के आसपास अटका था। परिस्थतियां अनुकूल होने के साथ ही मानसून के आगे बढ़ने की संभावना जताई जा रही है, ऐसे में एक-दो दिन में मानसून की दस्तक हो सकती है, जिसके बाद जमकर मानसून की बारिश होगी।
मानसून सीजन की शुरुआत 1 जून से मानी जाती है। प्रदेश में सामान्य तारीख 15 जून है। ऐसे में प्रदेश में अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है। 1 जून से अब तक पूरे प्रदेश में 22.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि अब तक सामान्य बारिश 31.9 मिमी होनी चाहिए। इस तरह अब तक बारिश की स्थिति सामान्य से 31 फीसदी कम रही है। रविवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश खंडवा में दर्ज की गई। यहां एक ही दिन में ढाई इंच बारिश हुई।
सिस्टम सक्रिय, अभी पांच दिन बारिश, बौछारों का दौर
मौसम विज्ञानी ने बताया कि अभी मध्य महाराष्ट्र में ऊपरी हवा का चक्रवात है, पूर्वी मप्र से बंग्लादेश तक ट्रफ है। इससे नमी के कारण प्रदेश में बादल और बारिश हो रही है। अभी गरज चमक के साथ बारिश का दौर रहेगा। 18 जून से बढ़ोतरी हो सकती है। दक्षिण पश्चिम हिस्से में अच्छी बारिश होगी।