


पिछले दिनों में मणिुपर में नई सरकार के गठन की चर्चा के बाद एक बार फिर से राज्य तनाव की स्थिति सामने आई है। इसके बाद राज्य के पांच जिलों में इंटरनेट सेवा को बंद करने के साथ निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। बिष्णुपुर जिले में पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया गया है। यह फैसला मणिपुर में मैतेई कट्टरपंथी संगठन ‘अरम्बाई टेंगोल’ के नेता की कथित गिरफ्तारी के बाद इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम जिलों में व्यापक विरोध प्रदर्शन के बाद लिया गया है। इसमें पांच जिलों के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को पांच दिनों के लिए निलंबित कर दिया है। मणिपुर में 100 से अधिक दिनों सेराष्ट्रपति शासन लागू है। एक बयान में कहा गया है कि मणिपुर में मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर, मणिपुर के इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में 7 जून की रात 11.45 बजे से 5 दिनों के लिए वीसैट और वीपीएन सहित इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।
क्यों बंद की गई इंटरनेट सेवा?
मणिपुर के आयुक्त-सह-सचिव (गृह) एन अशोक कुमार ने शनिवार देर रात जारी एक आदेश में कहा कि मणिपुर राज्य में विशेष रूप से इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में मौजूदा कानून और व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर, यह आशंका है कि कुछ असामाजिक तत्व जनता की भावनाओं को भड़काने वाले चित्र, अभद्र भाषा और घृणास्पद वीडियो संदेशों के प्रसारण के लिए सोशल मीडिया का बड़े पैमाने पर उपयोग कर सकते हैं, जिससे मणिपुर राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर असर पड़ सकता है।