


भारत, ईरान-इजराइल के बीच बढ़ते तनाव के कारण तेल और गैस की आपूर्ति को लेकर चिंतित है। तेल मंत्रालय और तेल कंपनियां मिलकर संभावित संकट से निपटने की योजना बना रहे हैं। अगर ईरान ने होर्मुज जलसंधि को बंद कर दिया, तो भारत को तेल और गैस की आपूर्ति में दिक्कतें आ सकती हैं। इसलिए, भारत पश्चिम अफ्रीकी देशों और अन्य स्रोतों से तेल लेने की सोच रहा है। भारत अपनी जरूरत का 90% कच्चा तेल आयात करता है।
होर्मुज जलसंधि बंद हुआ तो पैदा होगा तेल संकट
जैसे-जैसे ईरान और इजराइल के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, इससे भारत की चिंता भी बढ़ती ही जा रही है। भारत सरकार तेल और गैस की आपूर्ति सुरक्षित बनाए रखने के लिए कई कदम उठा रही है। होर्मुज जलसंधि दुनिया के तेल व्यापार का एक महत्वपूर्ण रास्ता है। अगर यह बंद हो जाता है, तो पूरी दुनिया में तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं। वैसे तेल उद्योग से जुड़े लोगों का मानना है कि ईरान होर्मुज जलसंधि को बंद नहीं करेगा। उनका कहना है कि ऐसा करने से ईरान को ही नुकसान होगा। इससे अमेरिका सीधे युद्ध में शामिल हो सकता है। साथ ही, खाड़ी देशों और तेल आयात करने वाले अन्य देशों से भी ईरान के रिश्ते खराब हो सकते हैं।