


देश की बड़ी टेलिकॉम कंपनियां साल के आखिर तक अपने टैरिफ में और बढ़ोतरी कर सकती है। ना सिर्फ प्रीपेड मोबाइल रिचार्ज, पोस्टपेड मोबाइल रिचार्ज भी महंगे किए जा सकते हैं। इसका सीधा मतलब है कि आपको अपने मोबाइल नंबर को चालू रखने के लिए ज्यादा रकम चुकानी होगी। कॉलिंग, इंटरनेट और एसएमएस के लिए ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे। आम आदमी और गरीब जनता पर इसका असर निश्चित रूप से हो सकता है, क्योंकि अभी ही 28 दिनों के सबसे सस्ते रिचार्ज पर एवरेज 200 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।
2027 तक जारी रह सकती है बढ़ोतरी
टेलिकॉम की एक रिपोर्ट में एक ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन का हवाला दिया है। इसके अनुसार, यह कदम इंडस्ट्री में रेट रिपेयर के प्रयासों का हिस्सा है। कहा गया है कि टैरिफ में बढ़ोतरी वित्त वर्ष 2027 तक जारी रह सकती है। नवंबर-दिसंबर में जिन रिचार्ज के महंगे होने की बात कही गई है, उसका सीधा फायदा मोबाइल कंपनियों को मिलेगा। उनके रेवेन्यू में बढ़ोतरी हो सकती है।
पिछले साल महंगे हुए थे मोबाइल रिचार्ज
जियो, एयरटेल और वोडा-आइडिया ने पिछले साल अपने सभी मोबाइल रिचार्ज महंगे किए थे। तब ऐसा कहा गया कि कंपनियों ने 5जी नेटवर्क लॉन्च करने के बाद मोबाइल प्लान महंगे नहीं किए थे, इसलिए यह होना ही था। माना जा रहा था कि अब मौजूदा प्लान ही कुछ साल तक चलेंगे। लेकिन नवंबर-दिसंबर में मोबाइल रिचार्ज महंगे होने से यह छह साल में चौथी बढ़ोतरी बन जाएगी।