मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को गाजियाबाद में भगवान पार्श्वनाथ जी की मूर्ति स्थापना और मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बड़ा ऐलान करते हुए बताया कि जिस स्थान पर भगवान महावीर का महापरिनिर्वाण हुआ था, उस फाजिल नगर का नाम बदलकर पावा नगरी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसके नामकरण की प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया है।
सीएम योगी ने कहा कि महावीर स्वामी का जन्म भले ही वैशाली में हुआ हो, लेकिन उनका महापरिनिर्वाण उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के पावागढ़ क्षेत्र में हुआ था। उन्होंने बताया कि यूपी सौभाग्यशाली है कि प्रथम जैन तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव सहित चार पवित्र तीर्थंकरों का जन्म अयोध्या में हुआ। काशी, जिसे दुनिया की आध्यात्मिक नगरी कहा जाता है, वहां भी चार जैन तीर्थंकर अवतरित हुए थे।
उन्होंने आगे कहा कि हाल ही में उन्हें श्रावस्ती जाने का अवसर मिला, जहां भगवान संभवनाथ जी का जन्म हुआ था। यह सभी स्थल भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपरा की समृद्धता को दर्शाते हैं।
सीएम योगी ने कहा कि भारत की परंपरा भारत के ऋषियों संतों मुनियों और महापुरुषों के त्याग और बलिदान की एक महागाथा है. यह महागाथा उंगलियों में गिनने लायक नहीं, युगों युगों से यह गाथा विश्व मानवता के लिए एक प्रेरणा रही है. विश्व मानवता इस महागाथा का श्रवण करके उससे प्रेरणा प्राप्त करके अपने आगे के भविष्य को तय की है और उसी परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए आज भी भारत के अंदर हमारी वे पवित्र उपासना विधियां उसी रूप में उसी श्रद्धा भाव के साथ कार्य करते हुए इस व्यवस्था को आगे बढ़ा रहे हैं.