


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम’ के 8वे एडिशन में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से परीक्षा के तनाव को कम करने के उपायों पर बातचीत की। इस दौरान पीएम मोदी ने छात्रों को तनाव से बचने के साथ-साथ शारीरिक पोषण का महत्व भी समझाया। PM ने क्रिक्रेट का उदाहरण देते हुए छात्रों से कहा कि क्रिक्रेटर का जिस तरह बॉल पर फोकस करता है, उसी तरह लक्ष्य पर फोकस होना चाहिए। PM मोदी ने कहा, ज्यादातर लोग दूसरे से स्पर्धा करते हैं। लेकिन जो खुद से स्पर्धा करता है, उसका विश्वास कभी टूटता नहीं। इस कार्यक्रम का प्रसारण दूरदर्शन और पीएमओ यूट्यूब चैनल पर किया गया है।
टाइम टेबल में सुधार
पीएम मोदी ने कहा कि हर छात्र के पास 24 घंटे हैं। कुछ लोग इतने समय में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। कुछ लोगों को इतने समय में भी लगता है कि कुछ हुआ ही नहीं। इसका कारण है मैनेजमेंट न होना। उन्हें पता ही नहीं है तो अपने समय का उपयोग क्या करुं। इसलिए सबसे पहले हमें अपने समय के विषय के बारे में सोचना है। मैं अपने समय का सही उपयोग करूं। टाइम को मैनेज करना चाहिए। कागज पर लिखना चाहिए जैसे कि मैं ये तीन काम तो कल जरूर करूंगा और फिर दूसरे दिन उसे मार्क कीजिए कि वो काम हमने किए या नहीं।
काम को कागज पर लिखने के फायदे
जैसा कि पीएम मोदी ने कहा कि आपको एक कागज पर अपने कार्यों को लिखना चाहिए> जब हम अपने कार्यों को लिखते हैं, तो हमें यह स्पष्ट हो जाता है कि हमें किस काम को पहले करना है और कौन सा काम बाद में। इससे समय की बचत होती है और हम अपने कार्यों को समय पर पूरा करने में मदद मिलती है। कागज पर कार्यों को लिखने से आप टाइम को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं। जब हम अपने कार्यों की लिस्ट बनाते हैं, तो यह हमें यह समझने में मदद करता है कि हमें किस काम को कितना समय देना है और कब करना है। इसके अलावा कई बार जब हम अपनी समस्याओं या कार्यों को लिखते हैं, तो हमें उनके समाधान के बारे में खुद से विचार करने का मौका मिलता है।
पीएम मोदी ने स्नान और शारीरिक पोषण का समझाया महत्व
पीएम ने सूर्य स्नान का महत्व समझाया। कहा, ‘हर किसी को आदत डालनी चाहिए कि सुबह सुबह धूप में जाकर बैठें। कोशिश करें कि शरीर के ज्यादा से ज्यादा हिस्से को धूप लगे।’ इसके अलावा उन्होंने शारीरिक पोषण का महत्व समझाते हुए कहा, ‘गेहूं, बाजरा, चावल सब कुछ खाएं। मिलेट्स (मोटा अनाज) खाने पर जोर डालें। किसी घने पेड़ के नीचे खड़े होकर गहरी सांस लें।’
पॉजिटिविटी खोजने की आदत डालें
प्रधानमंत्री ने कहा, जितने दोस्त हैं, उन्हें याद करो। उनके पूरे नाम लिख सकते हो क्या? नहीं। इसका मतलब कि जिसे आप अच्छा दोस्त मानते हो उसकी जानकारी कम है। फिर सोचो कि उसके गुण लिख सकते हैं क्या। इसके बाद आपको किसी भी बात में पॉजिटिव खोजने की आदत पड़ जाएगी।
मन की बात पेरेंट्स से कहें, तनाव दूर होगा
पीएम ने कहा, अगर किसी पल को जिया नहीं तो वो चला जाएगा, फिर नहीं लौटेगा। याद करें कि अपने भाई से पहले बहुत बात करते थे, अब नहीं करते। पहले स्कूल से आते ही सारी बात मां को बताते थे, अब नहीं कर रहे हैं। धीरे-धीरे आप सिमटते जाते हैं। इसके बाद डिप्रेशन में चले जाते हैं।