


राजधानी में पिछले तकरीबन एक सप्ताह से भीषण गर्मी का दौर चल रहा है। सूरज की तीखी गर्मी लोगों को बेहाल करने लगी है। दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा दिखाई दे रहा है। इस बार अप्रेल और मई से ज्यादा गर्मी जून में पड़ रही है। पांच दिन से शहर में तेज गर्मी का दौर चल रहा है। अभी दो दिनों तक मौसम का मिजाज इसी तरह मिलाजुला रहने की संभावना है, इसके बाद 15-16 को बारिश का दौर शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।
14 जून को एमपी की सहहदें छू सकता है मानसून
लगातार तपती धरती, झुलसाता सूरज और पसीनों में तर लोग, तपती दोपहर से लेकर शाम तक खाली-खाली सड़कें… मध्य प्रदेश में जून की गर्मी इस बार अपने चरम पर है। लेकिन अब इस तपिश से राहत की उम्मीद जागी है। दरअसल मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 14 जून से प्रदेश में मानसून की एंट्री तय मानी जा रही है। सबसे पहले यह पूर्वी जिलों में दस्तक देगा और फिर पूरे प्रदेश को अपने आगोश में लेगा।
सबसे पहले कहां होगी बारिश?
IMD का कहना है कि, मानसून की पहली बारिश मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, शहडोल और सिवनी जैसे पूर्वी जिलों में होने की संभावना है। यहां 14-15 जून के बीच भारी बारिश और आंधी-तूफान की संभावना जताई गई है। इसके बाद मानसून 2025 की मदमस्त होकर एमपी के पश्चिमी और मध्य हिस्सों पर छा जाएगा। इनमें इंदौर, भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर जैसे बड़े संभाग शामिल हैं।
फिलहाल गर्मी का कहर जारी
प्रदेश के कई जिलों में तापमान 43 डिग्री को पार कर चुका है। इंदौर, रतलाम, खंडवा, उज्जैन और विदिशा जैसे इलाकों में गर्मी अपने चरम पर है। गुरुवार को खजुराहो में अधिकतम पारा 45.8 तो नौगांव में 45 डिग्री दर्ज हुआ। भोपाल में गुरुवार को धूप के साथ हल्के बादल होने से पूरे दिन उमस भरी गर्मी रही।