


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा फैसला लेते हुए विदेशी कारों पर 25 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा की है। यह फैसला 2 अप्रैल से प्रभावी होगा और विदेशी निर्मित कारों और हल्के ट्रकों पर मौजूदा टैरिफ के अलावा प्रभाव डालेगा।
ऑटो सेक्टर में खलबली
ट्रंप के इस फैसले से ऑटो सेक्टर में खलबली मच गई है। विश्व की कई बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है। फोर्ड के शेयरों में 1.8 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि जनरल मोटर्स के शेयरों में 1.9 प्रतिशत की गिरावट आई है।
ईयू ने की निंदा
यूरोपीय संघ प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने ट्रंप के इस फैसले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह फैसला यूरोपीय ऑटोमोटिव निर्यात पर टैरिफ लगाने के लिए है और इससे यूरोपीय संघ के आर्थिक हितों पर प्रभाव पड़ेगा।
ट्रंप की व्यापार नीति
ट्रंप की व्यापार नीति के तहत उन्होंने पहले ही प्रमुख अमेरिकी व्यापारिक साझेदारों कनाडा, मैक्सिको और चीन से आयात पर टैरिफ लगा दिया है। ट्रंप ने स्टील और एल्यूमीनियम आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क भी लगा दिया है।
मंदी आने की आशंका
ट्रंप की व्यापार योजनाओं पर अनिश्चितता तथा इससे मंदी आने की आशंका ने वित्तीय बाजारों को हिलाकर रख दिया है, तथा टैरिफ के प्रभावों की आशंकाओं के कारण हाल के महीनों में उपभोक्ताओं का विश्वास भी गिरा है।