


अमेरिका ने काबुल में अलकायदा सरगना अल जवाहिरी को एक ड्रोन स्ट्राइक में मार गिराया है। अल जवाहिरी ने अफगानिस्तान के काबुल में ढ़ेरा जमा रखा था। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, इस हमले के लिए अमेरिका ने दो HELLFIRE मिसाइल का इस्तेमाल किया था। ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद से ये आतंकी संगठन अल कायदा का लीडर था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अल जवाहिरी की मौत की पुष्टि की है।
जवाहिरी 9-11 की साजिश में शामिल था। इस हमले में 2977 लोगों की मौत हुई थी
जो बाइडन ने कहा कि जवाहिरी 9-11 की साजिश में शामिल था। इस हमले में 2977 लोगों की मौत हुई थी। दशकों से वह अमेरिकियों पर हमले का मास्टरमाइंड रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को जवाहिरी की मौत के बारे में जानकारी दीष व्हाइट हाउस से दिए गए संबोधन में बाइडन ने कहा, अब न्याय हो गया है और अब ये आतंकी नेता नहीं रहा।
काबुल पर रविवार सुबह ड्रोन स्ट्राइक की
आतंकी के सिर पर 25 मिलियन डॉलर का इनाम था। अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर रविवार सुबह ड्रोन स्ट्राइक की थी।
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जवाहिरी कौन था-
जवाहिरी 11 साल से अल कायदा की कमान संभाल रहा था। वह कभी ओसामा बिन-लादेन का पर्सनल फिजीशियन था। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, जवाहिरी इजिप्ट के प्रतिष्ठित परिवार से आता है। जवाहिरी ने अमेरिका पर आतंकी हमले के मास्टरमाइंड की साजिश में मदद की थी। 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका पर हुए हमलों के बाद जवाहिरी लगातार छिप रहा था। इसके बाद अफगानिस्तान ने पहाड़ी तोरा क्षेत्र में वह अमेरिकी हमले से बच गया था। इसमें उसकी पत्नी और बच्चों की मौत हो गई थी।