


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को वॉइट हाउस में पाकिस्तान के सेना प्रमुख सैयद असीम मुनीर की लंच पर मेजबानी की। यह इस तरह की पहली मुलाकात थी, जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने किसी पाकिस्तानी सैन्य प्रमुख की मेजबानी की। ट्रंप ने मुलाकात के बाद यहां तक कहा कि वह पाकिस्तानी सेना प्रमुख के साथ मिलकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख के लिए डोनाल्ड ट्रंप का प्रेम भारत के साथ तनाव को गहरा कर सकता है। ट्रंप ने बीते महीने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य संघर्ष को रोकने का दावा किया था।
मुनीर से मुलाकात से कुछ घंटे पहले ही ट्रंप और पीएम नरेंद्र मोदी की फोन पर बातचीत हुई थी, जिसमें भारतीय प्रधानमंत्री ने साफ किया था कि भारत मध्यस्थता को कभी स्वीकार नहीं करेगा और सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए भारतीय और पाकिस्तानी सेनाओं के बीच चर्चा इस्लामाबाद के अनुरोध पर शुरू की गई थी। इतना ही नहीं, ट्रंप ने पीएम मोदी को कनाडा से लौटते समय अमेरिका आने का निमंत्रण भी दिया, जिसे पीएम मोदी ने इसे अस्वीकार कर दिया।
भारत-अमेरिका संबंधों को नुकसान
ट्रंप ने पिछले महीने दावा किया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम में उन्होंने मध्यस्थता की थी। पाकिस्तान ने मध्यस्थता की भूमिका के लिए वॉशिंगटन और ट्रंप को धन्यवाद दिया है। जबकि भारत ने किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से बार-बार इनकार किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि युद्धविराम को लेकर ट्रंप की बार-बार टिप्पणियों से भारत और अमेरिका के संबंधों को नुकसान हो सकता है।