


भारत ने सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने के अपने फैसले से पाकिस्तान को अवगत कराया. भारत ने कहा कि उसने संधि की शर्तों का उल्लंघन किया है. भारत ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर को निशाना बनाकर लगातार सीमा पार से आतंकवाद जारी रखे जाने से सिंधु जल संधि के तहत भारत के अधिकारों पर असर पड़ रहा है.
दरअसल सिंधु जल संधि को लेकर भारत ने पाकिस्तान को औपचारिक पत्र भेजा है. पाकिस्तान के जल संसाधन सचिव को भारत के जलशक्ति मंत्रालय के सचिव ने पत्र लिखा है और संधि को निलंबित करने के बारे में सूचित किया है.
सिंधु जल संधि पर तत्काल प्रभाव से रोक
भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान को सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित रखने के अपने निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि उसने संधि की शर्तों का उल्लंघन किया है. भारत की जल संसाधन सचिव देबाश्री मुखर्जी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष सैयद अली मुर्तजा को लिखे पत्र में इस निर्णय की विस्तृत जानकारी दी है.
भारत ने पत्र में क्या लिखा?
पत्र में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर को निशाना बनाकर पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से लगातार आतंकवाद सिंधु जल संधि के तहत भारत के अधिकारों को बाधित करता है. पत्र में कहा गया है, इसके बजाय हमने पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से लगातार आतंकवाद को देखा है, इस बात पर ध्यान देते हुए कि इन कार्रवाइयों ने सुरक्षा अनिश्चितताएं पैदा की हैं जो भारत की संधि अधिकारों का पूरी तरह से उपयोग करने की क्षमता को बाधित करती हैं.
आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत
भारत ने दशकों पुरानी संधि को निलंबित करने का निर्णय मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, उनकी हत्या के बाद लिया है. विश्व बैंक द्वारा की गई सिंधु जल संधि, 1960 से भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के उपयोग को नियंत्रित करती है.
क्या है सिंधु जल समझौता?
सिंधु जल संधि, 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच हस्ताक्षरित एक जल-बंटवारा समझौता है. इसमें विश्व बैंक ने मध्यस्थता की थी. इस समझौते का मकसद सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के पानी के उपयोग को लेकर दोनों देशों के बीच विवादों को रोकना था. इस संधि के तहत, हिमालय के सिंधु नदी बेसिन की छह नदियों को दो भागों में बांटा गया है. पूर्वी नदियों ब्यास, रावी और सतलुज का पानी भारत को मिलता है जबकि पश्चिमी नदियों सिंधु, झेलम और चिनाब का कंट्रोल पाकिस्तान के पास आया.