


जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के पड्डर उप-मंडल के चिशोती गाँव में गुरुवार सुबह मचैल माता यात्रा मार्ग पर अचानक बादल फटने से भारी तबाही मच गई। इस आपदा में अब तक 10 से 12 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई लोग घायल और लापता बताए जा रहे हैं। हादसे के वक्त बड़ी संख्या में तीर्थयात्री यात्रा मार्ग पर मौजूद थे, जिससे मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। तेज पानी के बहाव और मलबे के कारण रास्ते बाधित हो गए हैं, जिससे राहत दलों को घटनास्थल तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन, आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस, सेना, NDRF और SDRF की टीमें तुरंत सक्रिय हो गईं। बचावकर्मी फंसे हुए यात्रियों को निकालने और घायलों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटे हैं। हालात को देखते हुए मचैल माता यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है ताकि संसाधन पूरी तरह से राहत और बचाव कार्य में लगाए जा सकें। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राहत कार्य में कोई कमी न रहे और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता तुरंत उपलब्ध कराई जाए।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें। वहीं, मौसम विभाग ने क्षेत्र में अगले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे बचाव कार्यों की रफ्तार प्रभावित हो सकती है। हालांकि, बचाव दल युद्धस्तर पर प्रयास कर रहे हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों की जान बचाई जा सके।