मध्यप्रदेश बिजली कंपनी के संविदा अधिकारी और कर्मचारियों ने नियमितीकरण की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल को सौंपा है। यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्प्लॉयज एवं इंजीनियर्स एसोसिएशन के बैनर तले दिए ज्ञापन में एक दशक से अधिक समय से कार्यरत अनुभवी संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की मांग की गई है।
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने की थी घोषणा
संगठन के सदस्य केके डेहरिया ने बताया कि वे लंबे समय से यह मांग सरकार से कर रहे है। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने नियमित करने की घोषणा की थी, लेकिन उसे लागू नहीं किया गया। अब जब कंपनी में नई भर्ती निकली है, तो संविदा कर्मचारी चाहते है कि उन्हें सीधे समायोजित कर नियमितकिया जाए।
प्रदेश में लगभग पांच हजार संविदा अधिकारी और कर्मचारी कार्यरत है। फोरम के सदस्य सतीश शुक्ला ने जानकारी दी कि कंपनी ने भर्ती के लिए 49 हजार 263 पद निकाले है। जबकि पूरे प्रदेश में लगभग 5 हजार संविदा अधिकारी और कर्मचारी कार्यरत है। इतने पदों में से पांच हजार संविदा कर्मियों को नियमित करने में विभाग को कोई दिक्कत नहीं है।
तो करेंगे आंदोलन- संविदा कर्मी बोले
संगठन के सदस्य सचिन राजपूत ने बताया कि मध्य प्रदेश के 55 जिले में कलेक्टर एवं क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन दिया जा रहा है। हमारी मांगे जल्द पूरी नहीं की गई तो दो नवंबर को भोपाल में शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा।