


मध्यप्रदेश में थायराइड के इलाज के लिए बड़ी सुविधा मिली है। राजधानी भोपाल में इसका होम्योपैथिक पद्धति से आसान उपचार किया जाएगा। महिलाओं के मोटापे का भी आसान इलाज होगा। इसके अंतर्गत सरकारी होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय परिसर में हाइपोथायरायडिज्म एवं ओबेसिटी के लिए विशेषज्ञ इकाई की स्थापना की गई है। आयुष मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में स्थापित इस इकाई में थायराइड ग्रंथि की अनियमितताएं और उससे होने वाले मोटापे में होम्योपैथी की कारगर दवाओं के माध्यम से अनुसंधान एवं उपचार किया जाएगा।
होम्योपैथिक चिकित्सालय में भारत सरकार के केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद द्वारा इस इकाई के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों के अतिरिक्त सहायक चिकित्सकों एवं लैब विशेषज्ञों की एक टीम उपलब्ध कराई गई है। यह टीम थायराइड ग्रंथि की अनियमिताओं से उत्पन्न होने वाले रोगों के त्वरित उपचार एवं इन रोगों के कारण आने वाले दीर्घकालिक प्रभाव पर केंद्रित कार्य करेगी।