


मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की पुलिस के काम में कसावट लगाने की कवायद की गई है। इसके तहत पुलिस कमिश्नर अब हर दिन एक थाने का औचक निरीक्षण करेंगे। सप्ताह में एक बार जनता से भी बातचीत करेंगे। ऐसा इसलिए ताकि अपराध पर नियंत्रण और थानों के कामों में कसावट की जा सके।
भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने पुलिस थानों की कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए एक नई पहल शुरू की है। इसके तहत वे रोजाना एक पुलिस थाने का औचक निरीक्षण करेंगे। इस निरीक्षण के दौरान उनका मुख्य ध्यान पुलिस स्टाफ की कार्यशैली और अपराध नियंत्रण की रणनीतियों पर रहेगा1। इस पहल का उद्देश्य पुलिस थानों में पारदर्शिता बढ़ाना और यह सुनिश्चित करना है कि थाना प्रभारी से लेकर माइक्रो बीट स्तर तक के जवान अपने कर्तव्यों का प्रभावी ढंग से निर्वहन कर रहे हैं। यदि किसी पुलिसकर्मी की कार्यशैली में लापरवाही पाई जाती है, तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी
इसके अलावा निगरानीशुदा बदमाशों पर किस तरह की निगरानी रखी जा रही है। वारंटियों की धरपकड़ के लिए क्या कोशिश की जा रही है। साथ ही थानों में कितने वारंट और केस पेंडिंग हैं, इन सभी मामलों की जानकारी ली जाएगी। वहीं सप्ताह में एक बार जोन स्तर पर जनता से संवाद भी किया जाएगा। संवाद का उद्देश्य उन लोगों तक पहुंचना है, जिनकी शिकायतें कई बार पुलिस के आला अधिकारियों के संज्ञान में नहीं आ पातीं है।