


भारतीय क्रिकेट के दो सबसे चमकते सितारे, रोहित शर्मा और विराट कोहली, 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप को लेकर चर्चा में हैं। टी20 और टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके इन दोनों दिग्गजों का अगला लक्ष्य यही वर्ल्ड कप है। हालांकि, पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को इनकी राह आसान नहीं लग रही। उनका कहना है कि इतने लंबे गैप में खुद को फिट और फॉर्म में बनाए रखना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
गांगुली की चिंता: 15 मैच सालाना, कैसे बनी रहेगी लय?
पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में गांगुली ने कहा,
“हमें यह समझना होगा कि एक दिन हर खिलाड़ी को खेल को अलविदा कहना होता है। साल में सिर्फ 15 वनडे मैच खेलकर खुद को फिट और फॉर्म में बनाए रखना आसान नहीं है।”
दरअसल, भारत को 2027 तक सिर्फ 27 वनडे मैच खेलने हैं। इसका मतलब यह है कि रोहित और कोहली को हर साल औसतन 13–15 मुकाबलों में ही खुद को साबित करना होगा — वो भी तब, जब उनकी उम्र क्रमश: 40 और 38 साल के करीब होगी।
कोई सलाह नहीं, फैसला उन्हीं पर छोड़ता हूं: गांगुली
जब गांगुली से पूछा गया कि क्या वह रोहित और विराट को कोई सुझाव देना चाहेंगे, तो उन्होंने साफ कहा:
मैं कोई सलाह नहीं दूंगा। मुझे लगता है कि वे दोनों अपने खेल को बेहतर तरीके से समझते हैं। निर्णय लेने की समझ उनमें खुद है।”
यह बयान साफ करता है कि पूर्व कप्तान भी इन दोनों के अनुभव का सम्मान करते हैं, लेकिन साथ ही इस राह की कठिनाई को लेकर सतर्क भी हैं।
रोहित-विराट: अब तक का सफर शानदार
- दोनों खिलाड़ियों ने मिलकर वनडे क्रिकेट में 25,000+ रन बनाए हैं।
- इनके नाम कुल 83 इंटरनेशनल शतक हैं।
- वनडे क्रिकेट में इनकी जोड़ी भारतीय टीम की रीढ़ मानी जाती रही है।
लेकिन क्रिकेट में प्रदर्शन ही पहचान है। और अगर फॉर्म डगमगाई, तो भविष्य तय नहीं माना जा सकता।
2027 वर्ल्ड कप कहां होगा?
वनडे विश्व कप 2027 की मेजबानी दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया करेंगे।
इस नए भूगोल और अलग कंडीशन में खेलना आसान नहीं होगा, खासकर तब, जब शरीर उम्र की दहलीज़ पार कर चुका हो।
❓ बड़ा सवाल: क्या 2027 तक बचे रहेंगे रोहित और विराट?
जहां एक ओर नए खिलाड़ी टीम में दस्तक दे रहे हैं, वहीं रोहित और विराट जैसे सीनियर खिलाड़ी सीमित मैचों में खुद को साबित करने की चुनौती से जूझ रहे होंगे।
गांगुली की चिंता यहीं से शुरू होती है — क्या अनुभव, उम्र से भारी पड़ेगा या समय नई कहानी लिखेगा