


लीड्स टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए, भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने क्रिकेट के इतिहास में एक नई पहचान बना डाली है।
शुरुआत में बुमराह का मैच में आगाज तो कुछ खास नहीं था, लेकिन जैसे-जैसे मुकाबला बढ़ा, बुमराह का प्रभावी खेल दर्शकों की आँखों में छा गया। पहली ही ओवर में, उन्होंने जैक क्रॉली को आउट कर दिया, एक ऐसी गेंदबाजी जो इंग्लैंड की बैटिंग लाइन-अप के लिए चेतावनी थी।
बुमराह का आत्मविश्वास हर ओवर के साथ बढ़ता गया, और इसके बाद, उन्होंने बेन डकेट को भी अपना शिकार बना लिया। एक के बाद एक विकेट चटकाते हुए, बुमराह ने खुद को साबित किया, कि वह केवल तेज गेंदबाज नहीं, बल्कि एक मैच विनर भी हैं।
और फिर, एक पल आया जिसने क्रिकेट इतिहास में उनका नाम हमेशा के लिए दर्ज कर दिया। बुमराह ने SENA देशों (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले एशियाई गेंदबाज के तौर पर अपना रिकॉर्ड दर्ज किया। इस रिकॉर्ड के साथ ही, उन्होंने पाकिस्तान के दिग्गज गेंदबाज वसीम अकरम को पीछे छोड़ दिया।
वसीम अकरम और वकार यूनुस जैसे दिग्गजों के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए, बुमराह ने यह साबित कर दिया कि उनका नाम अब इस सदी के सबसे महान तेज गेंदबाजों में लिया जाएगा। बुमराह की गेंदबाजी स्टाइल उनकी सफलता का राज है। उनकी गति, नियंत्रण और मानसिक मजबूती ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया। उनकी अद्भुत कार्यक्षमता को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि बुमराह भारतीय क्रिकेट का नया प्रतीक बन चुके हैं।