अखिल भारतीय बाघ आंकलन के लिए कैमरा ट्रैप लगाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इसके लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर व बफर जोन में नियमित गश्त करने वाली टीम की रिपोर्ट, बाघों के मूवमेंट एरिया व पगमार्क के आधार पर कैमरा ट्रैप लगाने स्थल चिन्हित किए गए । वहीं सामान्य वनक्षेत्र में सात दिन के साइन सर्वे व ट्रांजिट लाइन में मिल स्क्रेच मार्क, स्क्रेप मार्क, विष्ठा सहित अन्य मूवमेंट के आधार पर स्थलों का चयन किया गया था। इसी के आधार पर 2 वर्ग किलोमीटर की ग्रिड में एक-एक जोड़ी कैमरा ट्रैप लगाए जा रहे हैं। यह कैमरा ट्रैप कम से कम 25 दिनों तक लगे रहेंगे। सामान्य वन क्षेत्रों में इन पर विशेष नजर रखी जाएगी, जिससे कि यह चोरी न होने पाएं। इन 25 दिनों में संबंधित क्षेत्र में वन्यजीवों का मूवमेंट इन कैमरों में कैद होगा।
पहले चरण में लगाए जा रहे 1000 कैमरे
वन परिक्षेत्र अधिकारी खितौली एसएस जैन ने बताया कि पहले चरण में कुल 1000 कैमरे लगाए जा रहे हैं। इसके लिए 28 सदस्यीय कैमरी ट्रैपिंग टीम बनाई गई है। यह टीम स्थानीय वन स्टॉफ के साथ मिलकर सभी जगह कैमरा ट्रैप लगाने का कार्य करेगी। इसमें बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के चिन्हित परिक्षेत्र में 800 और सामान्य वनमंडल में 200 कैमरे लगाए जाएंगे। इस कार्य में लगभग 450 से अधिक कर्मचारी लगेंगे।