


संतोष शर्मा
- राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
- क्रॉस वोटिंग रोकने कांग्रेस की तमाम कोशिशें फेल
- छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के 2 विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति बनीं हैं। इसके साथ ही राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस को देशभर में क्रॉस वोटिंग का बड़ा झटका लगा है। छत्तीसगढ़ में भी क्रॉस वोटिंग हुई है। द्रौपदी मुर्मू को 21 विधायकों के वोट मिले हैं। जाहिर है कि कांग्रेस के दो विधायकों का मत द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में गया है। माना जा रहा है कि राज्य में आदिवासी कार्ड ने असर दिखाया है। इसे लेकर भाजपा चुटकी ले रही है। भाजपा का कहना है कि अंतर्मन की आवाज सुनकर मतदान किया गया है। वहीं क्रॉस वोटिंग से कांग्रेस में एक नया बवाल मच गया है।
द्रौपदी मुर्मू को मिले 2709 मत मिले-
छत्तीसगढ़ में भाजपा के 14 विधायक हैं। इसके साथ ही जेसीसीजे के 3 और बसपा के 2 विधायकों ने भी द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन दिया था। इस हिसाब से द्रौपदी मुर्मू को 19 विधायकों का वोट मिलाना था इसके साथ ही मतों की वेल्यू की बात करें तो प्रति मत की वैल्यू 129 है, इस मान से द्रौपदी मुर्मू को 2451 मत मिलाना थे,लेकिन उन्हें 2709 मत मिले हैं।
यशवंत सिन्हा को 8901 मत-
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के 71 विधायक हैं। मत वैल्यू को हिसाब से विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 9159 मत मिलने चाहिए थे,लेकिन सिन्हा को 8901 मत से ही संतोष करना पड़ा। इसका मूल्यांकन करने से है स्पष्ट होता है कि सिन्हा को कांग्रेस के 69 विधायकों का वोट मिला है। यानि की कांग्रेस के दो विधायकों ने अपना वोट द्रौपदी मुर्मू को दिया।
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कांग्रेस में बवाल, भाजपा की चुटकी-
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपने विधायकों को साधने का भरसक प्रयास किया। विधायकों की बैठक भी आयोजित की गई थी,लेकिन कांग्रेस की तमाम कोशिशें फेल हो गई। चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग को कांग्रेस नहीं रोक पाई। क्रॉस वोटिंग ने कांग्रेस के भीतर एक नया बवाल मचा दिया है। वहीं भाजपा इस पर चुटकी ले रही है।भाजपा नेताओं का कहना है कि राष्ट्रपति चुनाव में अंतर्मन की आवाज सुन कर मतदान किया गया। इसलिए हमारे प्रत्याशी को अतिरिक्त 2 मत छत्तीसगढ़ से मिले।